गुजरात सरकार ने किया यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को रद्द करने का ऐलान, मेरिट बेस्ड होगा प्रोग्रेशन
अहमदाबाद। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के चलते गुजरात सरकार ने बड़ा फैसला किया है। गुजरात सरकार ने युनिवर्सिटी और कॉलेजों की परीक्षाएं रद्द कर दी है। सरकार ने फैसला किया है कि वो राज्य के करीब 9.50 लाख अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स को बिना परीक्षा प्रमोट करेगी। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सूबे के सभी सरकारी, गैर-सरकारी व अनुदानित विश्वविद्यालय व कॉलेज में चालू शैक्षणिक सत्र के साढ़े 9 लाख छात्र और छात्राओं को मेरिट बेस्ड प्रोग्रेशन देने का ऐलान किया। इसकी जानकारी विजय रूपानी ने खुद ट्वीट कर दी।
हालांकि अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी। किसी भी संकाय के अंतिम वर्ष या सेमेस्टर के विध्यार्थी को इसका लाभ नहीं मिलेगा। रूपाणी ने कहा कि उन्होंने कहा ये फैसला कोरोना वायरस को देखते हुए लिया है ताकि संकट के इस समय में छात्र सुरक्षित रहें। हालांकि सरकार की तरफ से अभी इसे लेकर कोई गाइडलाइन नहीं जारी की गई है।
यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात जल्द ही छात्रों को किस आधार पर पास किया जाएगा इसकी क्राइटेरिया जारी करेगी। आपको बता दें कि इससे पहले गुजरात सरकार ने 9वीं से 11वीं तक के स्टूडेंट्स को बिना परीक्षा प्रमोट करने का फैसला था। उन छात्रों के मार्कशीट पर लिखा होगा 'कोविड-19 के कारण परीक्षाएं नहीं हुईं थीं।
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