मृणाल गर्ग ने जेईई मेन्स में किया टॉप,ऑपरेशन के होने के बाद भी नही खोया हौसला
11 जुलाई को जेईई मेन्स का रिजल्ट आया, रिजल्ट आने के बाद से ही छात्रों के बीच उत्सुकता बढ़ गई, किसके कितने नंबर आये किसने टॉप किया जैसी बातें चर्चा का विषय बन गई हैं।
नई दिल्ली,12 जुलाई: 11 जुलाई को जेईई मेन्स का रिजल्ट आया, रिजल्ट आने के बाद से ही छात्रों के बीच उत्सुकता बढ़ गई, किसके कितने नंबर आये किसने टॉप किया जैसी बातें चर्चा का विषय बन गई हैं। इसी बीच बठिंडा के छात्र मृणाल गर्ग ने जेईई मेन्स के एक्जाम में टॉप करके सबको हैरान कर दिया है। कैसे उन्होंने विपरीत परिस्थियों के बाद भी हार नहीं मानी और एक्जाम में वो कमाल कर दिखाया जिसको लेकर किसी ने कल्पना भी नहीं कि थी। मृणाल गर्ग को 100 एनटीए स्कोर मिला है। 100 स्कोर आने का अर्थ होता है पूरे में से पूरे अंको का आना। परीक्षा में 300/300 अंक हासिल कर परीक्षा को टॉप कर लिया है।
कौन हैं मृणाल गर्ग ?
17 साल के मृणाल पंजाब के बंठिडा शहर की मिनोचा कॉलोनी में रहते हैं। मृणाल गर्ग संत कबीर कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। मृणाल के पिता सर्जिकल उपकरण का बिजनेस करते हैं और उनकी मां रेणु बाला एक गृहिणी हैं। मृणाल हमेशा से ही टॉप करते आए हैं। बठिंडा के सेंट जोसेफ स्कूल से मृणाल ने 97 फीसदी अंकों के साथ 10वीं की परीक्षा टॉप की। इसके बाद उन्होंने शहर के संत कबीर स्कूल में फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ में एडमिशन लिया और साथ ही साथ वह चंडीगढ़ में तन्य कोचिंग संस्थान में IIT के लिए कोचिंग क्लास भी लेते रहे।
कैसे किया ये कमाल?
मृणाल गर्ग की माता ने बताया की मृणाल के तैयारियों के दिन असान नहीं थे उन्होंने कहा की लगभग एक साल पहले तैयारियों के दिनों में ही मृणाल का ऑपेरशन हुआ था। जिसके कारण उनकी कमर में टांके भी आये । जिसकी वजह उनको काफी तकलिफों का समना भी करना पड़ा । पढ़ाई भी उल्टे लेट कर करते थे । हर रोज 10 घंटे पढ़ते थे मृणाल। बातचीत के दौरान पता चला कि उन्होंने जेईई एडवांस की तैयारी की थी। मेन्स के लिए परीक्षा से कुछ समय पहले ही पढ़ाई की थी।
छात्रों को दी परीक्षा के लिए टिप्स
मृणाल
ने
कहा
की
एग्जाम
चाहे
कैसे
भी
हो
तनाव
मुक्त
रह
कर
देना
चाहीए।
वह
खुद
को
भी
विपरीत
हलातों
मे
भी
तनाव
मुक्त
रखते
हैं।
पढ़ाई
के
अलावा
उन्हें
गिटार
बजाना
पसंद
है।
उन्होंने
तनाव
मुक्त
रहने
के
लिए
सॉफ्ट
स्किल्स
अपनाने
को
कहा।
कैसा रहा माता पिता का रिएक्शन ?
मृणाल
की
इस
सफलता
को
देख
कर
मृणाल
के
माता-पिता
बेहद
गर्व
महसुस
कर
रहे
हैं।मृणाल
के
पिता
कहते
हैं
कि
यह
हमारे
या
शहर
के
लिए
नहीं
बल्कि
पूरे
राज्य
के
लिए
गर्व
का
पल
है
कि
मृणाल
ने
जेईई
मेन्स
प्रवेश
परीक्षा
में
टॉप
रैंक
हासिल
किया
है।
वह
बचपन
से
पढने
वाले
थे
और
अब
उन्होंने
जीवन
में
एक
और
मील
का
पत्थर
हासिल
कर
लिया
है
इसके
लिए
वास्तव
में
उन्होंने
कड़ी
मेहनत
की
है।
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