रविशंकर बोले-कोरोना काल में मददगार साबित हुआ IT सेक्टर, दी 2 लाख नौकरियां!
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को राज्यसभा को बताया कि देश की जीडीपी में आईटी सेक्टर का योगदान 8 प्रतिशत है । 2019 से इस क्षेत्र में दो लाख नई नौकरियां जुड़ गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पूरे देश के गांवों में इंटरनेट बिछाने का इरादा रखती है और प्रधानमंत्री चाहते हैं कि यह आने वाले 1000 दिनों में पूरा हो। प्रश्नकाल के दौरान पूरक के जवाब में, मंत्री ने कहा कि भारत ने डिजिटल इंडिया के कारण दुनिया में अपनी छवि बनाई है।
रविशंकर प्रसाद ने राकांपा की फौजिया खान के पूरक प्रश्न के उत्तर में यह भी बताया कि आईटी क्षेत्र का जीडीपी में आठ फीसदी योगदान है। उन्होने बताया 46 लाख लोग इस क्षेत्र में कार्यरत हैं जिनमें से 14 लाख महिलाएं हैं। 2019 के बाद से दो लाख और लोगों को आईटी में नयी नौकरी मिली है। प्रसाद ने कहा कोविड काल में सब कुछ बंद रहा लेकिन आईटी के जरिये सब कुछ चलता रहा। काम आईटी के जरिये हुआ और बच्चों ने भी इसके माध्यम से शिक्षा प्राप्त की।
प्रसाद ने बताया महामारी के एक साल के दौरान बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से चली है। उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालयों और अधीनस्थ अदालतों में करीब 70 लाख मामलों की डिजिटल माध्यम से सुनवाई हुई। यूपीआई, डिजिटल भुगतान के मामले में भारत अग्रणी रहा है। यह सब कुछ आईटी ... इंटरनेट मोबाइल के माध्यम से ही हो पाया है।'
उन्होंने बताया ब्रॉड बैंड के विस्तार में यह बात हमें ध्यान में रखनी है कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को इसका पूरा लाभ मिले। बड़े स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों की चिंता कम हो पाती है। हमें उन पर ध्यान देना है। वहीं रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि नए दिशा-निर्देशों के अनुसार यदि किसी महिला की 'नग्न या मॉफ्र्ड तस्वीर' सोशल मीडिया पर डाली जाती है तो इसे 24 घंटे के अंदर हटाना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश में इंटरनेट साम्राज्यवाद स्वीकार नहीं है और सरकार इस पर एकाधिकार नहीं होने देगी।
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