GOOD NEWS: अगले 3 साल में गारमेंट सेक्टर में मिलेगी 1 करोड़ नौकरियां
नयी दिल्ली। भारत में नौकरी की ताश करने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है। अगले तीन सालों में गारमेंट सेक्टर में 1 करोड़ नौकरियां आने वाली है। कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कपड़ा विनिर्माण क्षेत्र में अतिरिक्त रोजगार सृजित करने के लिए टैक्स और उत्पादन संबंधी प्रोत्साहनों को मंजूरी दी है। यह वस्त्र और परिधान क्षेत्र में रोजगार सृजन तथा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा आज घोषित विशेष पैकेज में शामिल विभिन्न उपायों में से एक है।
कपड़ा उद्योग के मौसम आधारित स्वरूप को देखते हुए आयकर अधिनियम की धारा 80जेजेएए के तहत 240 दिनों के प्रावधान में ढील देते हुए इसे परिधान उद्योग के लिए 150 दिन कर दिया जाएगा।
संशोधित-टीयूएफएस के तहत गारमेंट इकाइयों को प्रदान की जाने वाली सब्सिडी को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया जा रहा है, जिससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा। यह पैकेज इनपुट आधारित प्रोत्साहनों के बजाय परिणाम आधारित प्रोत्साहन देने की दिशा में एक अभिनव कदम है। इस योजना की एक अनूठी विशेषता यह है कि इसके तहत सब्सिडी तभी दी जाएगी जब अपेक्षित रोजगारों का सृजन बाकायदा हो जाएगा। .
सरकार प्रथम तीन वर्षों तक कपड़ा उद्योग के उन नए कर्मचारियों के लिए नियोक्ता भविष्य निधि योजना के तहत नियोक्ता के समस्त 12 फीसदी योगदान का बोझ खुद उठाएगी जो प्रति माह 15,000 रुपये से कम कमाते हैं।
यह प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (पीएमआरपीवाई) के तहत नियोक्ता के योगदान के मद में मुहैया कराए जा रहे 8.33 फीसदी के वर्तमान सरकारी प्रावधान में वृद्धि को दर्शाता है। आज के निर्णय के साथ ही वस्त्र मंत्रालय नियोक्ता के योगदान के मद में शेष 3.67 फीसदी हिस्सा मुहैया कराएगा, जो अगले 3 वर्षों में 1,170 करोड़ रुपये बैठेगा।
कैसे पड़ेगा प्रभाव
- निर्यात में 2.6 अरब अमेरिकी डॉलर की वृद्धि
- रोजगारों की संख्या में 12.25 लाख की वृद्धि
- निवेश में 7 अरब अमेरिकी डॉलर की वृद्धि