अग्निपथ: एयर चीफ मार्शल ने कहा- 24 जून से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया, सेना सोमवार को जारी करेगी नोटिफिकेशन
नई दिल्ली, 17 जून। सेना भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर विरोध के बीच एयर चीफ मॉर्शल वीआर चौधरी ने इस स्कीम तहत वैकेंसी की तिथियों की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा है कि अगले सप्ताह अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। वहीं थल सेना सोमवार से अग्निवीरों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
24
जून
से
एयरफोर्स
में
शुरू
होगी
भर्ती
प्रक्रिया:
वायु
सेना
प्रमुख
वायु
सेना
प्रमुख
एयर
चीफ
मार्शल
वीआर
चौधरी
ने
कहा
कि
यह
घोषणा
करते
हुए
खुशी
हो
रही
है
कि
इस
साल
वायु
सेना
भर्ती
के
लिए
आयु
सीमा
को
बढ़ाकर
23
वर्ष
कर
दिया
गया
है।
इससे
युवाओं
को
लाभ
होगा।
इसके
साथ
ही
एयर
चीफ
मार्शल
वीआर
चौधरी
ने
कहा
कि
भारतीय
वायु
सेना
के
लिए
भर्ती
प्रक्रिया
24
जून,
2022
से
शुरू
होगी।
दिसंबर
2022
से
अग्निवीरों
का
शुरू
होगा
प्रशिक्षण
शुक्रवार
को
भारतीय
सेना
प्रमुख
जनरल
मनोज
पांडे
ने
कहा
कि
अग्निपथ
योजना
के
तहत
जल्द
भर्ती
प्रक्रिया
शुरू
हो
जाएगी।
अग्निवीरों
का
प्रशिक्षण
दिसंबर
2022
में
शुरू
होगा।
जनरल
मनोज
पांडे
ने
कहा
कि
अगले
दो
दिनों
के
भीतर,
आधिकारिक
वेबसाइट
पर
एक
अधिसूचना
जारी
हो
जाएगी।
इसके
बाद
सेना
भर्ती
संगठन
पंजीकरण
और
रैली
के
लिए
कार्यक्रम
की
घोषणा
करेंगे।
अग्निवीरों
के
लिए
आरक्षण
की
मांग
कर
रहे
प्रदर्शनकारी
'अग्निपथ'
योजना
का
विरोध
कर
रहे
एक
प्रदर्शनकारी
ने
कहा
कि
अग्निवीर
की
भर्ती
अगले
90
दिनों
में
शुरू
होगी
और
पहला
बैच
जुलाई
2023
तक
तैयार
हो
जाएगा।
प्रदर्शनकारी
ने
कहा
कि
सरकार
को
चार
साल
बाद
सेवा
से
बाहर
होने
पर
अन्य
नौकरियों
में
'अग्निवीर'
को
20-30
प्रतिशत
आरक्षण
देना
चाहिए।
अब 6 महीने से ऊपर के बच्चों को लगेगा कोरोना टीका, अमेरिका ने इन दो कंपनियों की वैक्सीन को दी मंजूरी
युवाओं
के
विरोध
के
बीच
राजनीति
शुरू
अग्निपथ
स्कीम
का
विरोध
कर
रहे
युवाओं
ने
बिहार
में
शुक्रवार
को
ट्रेनों
को
निशाना
बनाया।
मध्य
प्रदेश
के
इंदौ
र
में
भी
जमकर
विरोध
हुआ।
यहां
प्रदर्शनकारियों
ने
रेलवे
स्टेशन
पहुंचकर
हंगामा
किया।
हरियाणा
में
प्रदर्शनकारियों
पर
लाठीचार्ज
करना
पड़ा।
यहां
इंटरनेट
भी
बंद
किया
गया।
वाराणसी
में
बसों
पर
पथराव
किया
गया
तो
राजस्थान
में
प्रदर्शनकारियों
पर
फायरिंग
की
खबर
है।
झारखंड
में
भी
युवाओं
ने
बवाल
काटा।
सेना
भर्ती
की
इस
योजना
को
लेकर
राजनीत
भी
शुरू
हो
गई
है।
कांग्रेस
के
पूर्व
राष्ट्रीय
उपाध्यक्ष
राहुल
गांधी
ने
कहा
'अग्निपथ
-
नौजवानों
ने
नकारा,
कृषि
कानून
-
किसानों
ने
नकारा,
नोटबंदी
-
अर्थशास्त्रियों
ने
नकारा,
GST
-
व्यापारियों
ने
नकारा,
देश
की
जनता
क्या
चाहती
है,
ये
बात
प्रधानमंत्री
नहीं
समझते
क्यूंकि
उन्हें
अपने
'मित्रों'
की
आवाज़
के
अलावा
कुछ
सुनाई
नहीं
देता।'