23 आईआईटी संस्थानों में 40 प्रतिशत पद पड़े हैं खाली, सरकार ने लोकसभा में दी जानकारी
नई दिल्ली, फरवरी 11। लोकसभा में कांग्रेस सांसद शशि थरूर के शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के खाली पड़े पदों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सरकार की ओर से बताया गया है कि देश में 23 IIT संस्थानों में शिक्षकों के कुल 40 प्रतिशत पद खाली हैं। सरकार की ओर से शशि थरूर के सवाल का जवाब शिक्षा मंत्रालय की ओर से दिया गया है।
इन पदों को भरने के लिए किए जा रहे हैं उपाय- सरकार
लोकसभा में कांग्रेस नेता व सांसद शशि थरूर ने अपने सवाल में रिक्तियों, फैकल्टी-छात्र अनुपात और रिक्तियों को भरने के लिए किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में शिक्षा मंत्रालय की ने एक विस्तृत प्रतिक्रिया दी है। इसमें बताया गया है कि रिक्तियों को भरने के लिए एक भर्ती अभियान चल रहा था। खासकर, आरक्षित अनुसूचित जाति (SC),अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणियों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) फैकल्टी की भर्ती के लिए अभियान चलाया गया।
4,370 फैकल्टी पद अभी खाली
वहीं, मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से पता चला है कि वर्तमान में 6,511 शिक्षक IIT में काम कर रहे हैं. जबकि 4,370 फैकल्टी पद अभी खाली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, IIT धनबाद में 57.2 %, IIT खड़गपुर में 53.4 % पदों पर रिक्तियां हैं. जबकि IIT दिल्ली में केवल 9.4 पदें खाली हैं.
सिर्फ 12 प्रतिशत शिक्षक आरक्षित कैटेगरी से
रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि 6,511 शिक्षकों में सिर्फ 12 प्रतिशत ही आरक्षित कैटेगरी से हैं. जबकि, सरकार आरक्षण पॉलिसी के अनुसार, शिक्षण पदों का 7.5% SC के लोगों के लिए, 10% EWS के लिए, 15% ST के लिए और 27% OBC के लिए आरक्षित होना चाहिए। अगर इसका पालन हो तो इसके मुकाबिक, फैकल्टी में 59.5% शिक्षक आरक्षित कैटेगरी के होने चाहिए. IIT बॉम्बे और IIT दिल्ली इस मामले में सबसे पीछे हैं. जहां IIT बॉम्बे में 3.8 प्रतिशत शिक्षक आरक्षित कैटेगरी के हैं तो वहीं IIT दिल्ली में ये आंकड़ा भी सिर्फ 6.5 प्रतिशत ही है।