Fact Check: क्या कोरोना के चलते हिंदुओं का भगवान पर से उठ चुका है भरोसा? जानें Viral video का सच
नई दिल्ली, 11 मई। कोरोना वायरस महामारी की मार झेल रहे भारत को सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रम से भी सावधान रहने की जरूरत है। कोविड काल में सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो और ऑडियो सामने आ रहे हैं जिनका असलीयत से कोई वास्ता नहीं है। इन दिनों इंटरनेट पर हिंदुओं को लेकर एक भ्रामक वीडियो वायरल किया जा रहा है जिसे देख कई यूजर्स ने अपना गुस्सा भी जाहिर किया है। वीडियो में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्ति को क्रेन के द्वारा उठाया जा रहा है।
टिक टॉक यूजर द्वारा बनाए गए इस वीडियो फेसबुक पर गयास खान नाम के यूजर ने शेयर किया है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से परेशान हिंदुओं का अपने देवी-देवताओं पर से भरोसा उठ चुका है जिस वजह से उन्होंने मूर्तियों को घर से बाहर निकाल दिया है। वीडियो में यह भी दावा किया गया है कि कई हिंदू धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गए। वीडियो के कैप्शन में भी बंगाली भाषा में लिखा गया है, 'एक दिन सबका भ्रम टूट जाएगा, भागवान कुछ नहीं कर सकता।'
यह भी पढ़ें: नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड ने जारी किया मैनेजमेंट ट्रेनी 2021 की परीक्षा का रिजल्ट, ऐसे करें चेक
फेसबुक पर इस वीडियो को अब तक 25 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा देखा जा चुका है वहीं, कई लोगों ने इसे लाइक भी किया है। आपको बता दें कि यह वीडियो पूरी तरह से फेक (झूठा) है, किए जा रहे दावे और असल सच्चाई से इसका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। गलत वॉइस ओवर के साथ शेयर किया जा रहा यह वीडियो साल 2019 में गुजरात से अहमदाबाद से सामने आया था। इस वीडियो को अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के अधिकारी ने उस समय रिकॉर्ड किया था जब स्वच्छ साबरमती अभियान के तहत साबरमती रिवरफ्रंट की सफाई की जा रही थी। खंडित हो चुकी मूर्तियों को हिंदू नदी में विसर्जित करते हैं लेकिन इन मूर्तियों को नदी के किनारे ही छोड़ दिया गया जिसे बाद में क्रेन द्वारा हटाया गया। इस खबर को 11 अगस्त, 2019 को गुजराती न्यूज चैनल एबीपी अस्मिता ने भी कवर किया था।
Fact Check
दावा
कोरोना के चलते हिंदुओं का भगवान पर से उठ चुका है भरोसा।
नतीजा
साल 2019 में साबरमती रिवरफ्रंट की सफाई का है वीडियो।