जानिए कैसे सूर्य के उपरत्न भी दिखाते हैं कमाल
नई दिल्ली। सौरमंडल का सबसे प्रमुख ग्रह और नवग्रहों का राजा सूर्य जिसकी कुंडली में बलवान हो समझो उसे फिर किसी चीज की आवश्यकता ही नहीं। मजबूत सूर्य न केवल मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा, सुख, ऐश्वर्य, उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करता है बल्कि जीवन के प्रत्येक कार्य में सफलता भी दिलाता है।
अस्त ग्रह भी डालते हैं आपके जीवन पर प्रभाव
रेड गार्नेट यानी तामड़ा, रेड टर्मेलाइन
आज हम बात करते हैं सूर्य के रत्न माणिक्य के उपरत्नों के बारे में। वैसे तो माणिक्य के कई उपरत्न होते हैं लेकिन उनमें से प्रमुख हैं, रेड गार्नेट यानी तामड़ा, रेड टर्मेलाइन, स्पिनील, रेड स्वरोस्की।
आइये जानते हैं इन रत्नों के बारे में...
रेड गार्नेट
माणिक्य के सभी उपरत्नों में गार्नेट सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा असरदार उपरत्न है। जो लोग माणिक्य नहीं पहन पाते वे गार्नेट ही धारण करते हैं। यह रक्त की तरह गहरे लाल रंग का होता है, लेकिन आजकल इसमें भी कई रंगों का प्रयोग किया जाने लगा है। हरा, नीला, सफेद रंग में भी गार्नेट मार्केट में मिलता है। इसे चांदी की अंगूठी में बनवाकर या ब्रेसलेट, पेंडेंट आदि के रूप में पहना जा सकता है।
टर्मेलाइन
माणिक्य के उपरत्नों में दूसरे नंबर पर टर्मेलाइन को पसंद किया जाता है। यह भी गार्नेट की तरह लाल रंग का होता है, लेकिन इसका रंग गार्नेट से थोड़ा हल्का होता है। इसे चांदी, सोने या अष्टधातु की अंगूठी, पेंडेंट या ब्रेसलेट के रूप में धारण किया जाता है। इस उपरत्न को पहनने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। कार्यों में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं और व्यक्ति में ऊर्जा का संचार होता है।
स्पिनील
यह भी माणिक्य का उपरत्न है। यह गुलाबी, लाल, ऑरेंज, नीला, काला और ब्राउन रंगों में पाया जाता है, लेकिन सबसे ज्यादा माणिक्य और सफायर की तरह के रंगों में आने वाला पहना जाता है। आंतरिक ऊर्जा में वृद्धि, एकाग्रता बढ़ाने में इस रत्न का कोई जवाब नहीं। इसे धारण करने से व्यक्ति के आकर्षण प्रभाव में वृद्धि होती है और उसे सहज ही उन्नति प्राप्त होती है।
रेड स्वरोस्की
यह हूबहू गार्नेट की तरह दिखाई देता है, लेकिन इसकी चमक गार्नेट से अधिक होती है इसलिए इस रत्न ज्यादातर उपयोग स्टाइलिश ज्वैलरी बनाने में किया जाता है। डायमंड के साथ मिक्स करके इसकी खूबसूरत ज्वैलरी बनती है। इसे माणिक्य के विकल्प के रूप में पहना जाता है। इसे धारण करने वाले व्यक्ति में चुंबकीय व्यक्तित्व का निर्माण होता है। प्रेम, सौंदर्य प्राप्त करने के लिए भी इसे पहना जाता है।
खास बात
माणिक्य के इन सभी उपरत्नों को चांदी में पहना जा सकता है।