जानिए घोड़े की नाल से बने छल्ले के फायदे
नई दिल्ली। शनि की साढ़े-साती हो या ढैय्या लगभग हर जातक इससे भयभीत रहता है। मनुष्य पर साढ़ेसाती या ढै ̧या की शुरूआत होते ही वह तरह-तरह के उपाय करने लग जाता है। कोई शनि रत्न पहनता है, कोई शनि जाप कराता है और कुछ लोग घोड़े की नाल का छल्ला पहनकर ही शनि देव की वक्र दृष्टि से बचने का प्रयास करते है। घोड़े की नाल का छल्ला अधिकतर लोग तभी पहनते है, जब उन्हें शनि देव के अशुभ प्रभाव से बचना होता है। किन्तु ये छल्ला बड़े काम का होता है। आइये हम आपको बताते है कि यह छल्ला आपकी किन-किन समस्याओं का समाधान कर सकता है।
बनी रहती है दैवीय कृपा
-घोड़े
की
नाल
को
घर
के
मुख्य
द्वार
पर
सीधा
लगाने
से
दैवीय
कृपा
बनी
रहती
है।
-
यदि
घोड़े
की
नाल
को
उल्टा
करके
द्वार
पर
लगाया
जाये
तो
भूत-प्रेत
बाधा
और
नकारात्मक
उर्जा
घर
में
प्रवेश
नहीं
कर
पाती
है।
-
काले
घोड़े
की
नाल
की
कील
या
छल्ला
बनवाकर
शनिवार
के
दिन
पीपल
पेड़
के
नीचे
एक
लोह
की
कटोरी
में
सरसों
का
तेल
भ
सारकर
उसमें
छल्ला
या
कील
डालकर
अपना
चेहरा
देखें
तत्पश्चात
उस
तेल
को
दान
कर
दें।
ऐसा
करने
से
शनि
की
साढ़ेसाती
या
ढै
̧या
का
दुष्प्रभाव
में
कफी
कमी
आती
है।
शनि देव के दुष्प्रभाव से बचाव
-
यदि
आपके
घर
में
कोई
अक्सर
बीमार
रहता
है
तो
उसके
बेड
के
चारों
कोने
में
काले
घोड़े
की
नाल
की
कीलें
चारों
कोने
में
लगा
देने
से
लाभ
मिलता
है।
-
शनि
देव
के
दुष्प्रभाव
से
बचने
के
काले
घोड़े
की
नाल
को
शनिवार
के
दिन
शुद्ध
करके
मध्यमा
अॅगुली
में
धारण
करें।
-
काले
घोड़े
की
नाल
को
अपने
व्यवसायिक
स्थल
पर
लगाने
से
व्यापार
में
प्रगति
होती
है।
होगी धन की बरकत
-
घोड़े
की
नाल
को
काले
कपड़े
में
बांधकर
तिजोर
में
रखने
से
धन
की
बरकत
होती
है।
-
खिलाड़ियों
को
घोड़े
की
नाल
का
छल्ला
अवश्य
पहना
चाहिए।
यदि
पहनने
में
कोई
दिक्कत
हो
तो
उसे
अपने
पर्स
में
भी
रख
सकते
है।
-महिलाओं
को
अपने
पर्स
में
या
मध्यमा
अॅगुली
में
घोड़े
की
नाल
का
छल्ला
जरूर
पहनना
चाहिए।
यह
आत्म-विश्वास
में
वृद्धि
कराता
है
और
संघर्ष
से
लड़ने
की
क्षमता
देता
है।
-
जिन
लोगों
को
कमर
दर्द
की
शिकायत
रहती
है,
उन्हें
अपनी
कमर
में
घोड़े
की
नाल
का
छल्ला
काले
धागे
में
पहनने
से
लाभ
मिलता
है।