गुप्त नवरात्रि आज से, कुछ सिद्ध उपाय करेंगे तो होगी हर मनोकामना पूरी
नई दिल्ली। मां दुर्गा की गुप्त शक्तियों की आराधना का पर्व गुप्त नवरात्रि माघ मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा 5 फरवरी से प्रारंभ हो रहा है। गुप्त नवरात्रियों में देवी की पूर्ण कृपा प्राप्त करने के लिए अनेक सिद्ध उपाय किए जाते हैं। यदि आप भी जीवन में सब कुछ पा लेना चाहते हैं तो पूर्ण श्रद्धा भक्ति और निष्कपट भाव से देवी की आराधना करेंगे तो आपकी भी हर इच्छा पूर्ण होगी। आइए जानते हैं किस उद्देश्य की पूर्ति के लिए क्या उपाय किए जाना चाहिए:
करेंगे ये उपाय तो उतरेगा कर्ज
-कर्ज
उतारने
का
सबसे
सटीक
उपाय
गुप्त
नवरात्रि
में
किया
जाता
है।
यदि
तमाम
कोशिशों
के
बाद
भी
आपका
कर्ज
कम
नहीं
हो
रहा
है
और
बार-बार
कर्ज
लेने
की
नौबत
आ
रही
है
तो
गुप्त
नवरात्रि
में
हर
दिन
चीटियों
के
बिल
में
शक्कर
मिला
हुआ
आटा
या
आटे
की
पंजीरी
डालें।
यह
उपाय
वैसे
तो
कभी
भी
किया
जा
सकता
है
लेकिन
नवरात्रि
में
ज्यादा
प्रभावी
होता
है।
-कर्ज
उतारने
का
दूसरा
उपाय
भी
देवी
से
जुड़ा
हुआ
है।
गुप्त
नवरात्रि
की
अष्टमी
तिथि
के
दिन
यह
उपाय
करना
है।
देवी
के
मंदिर
में
108
लाल
गुलाब
के
फूल
चढ़ाएं
और
सवा
किलो
साबुत
लाल
मसूर
की
दाल
लाल
कपड़े
में
बांधकर
देवी
के
चरणों
में
भेंट
करें।
आटे
का
दीपक
बनाकर
उसमें
घी
भरकर
प्रज्जवलित
करें
और
देवी
के
सिद्ध
मंत्र
ऊं
दुं
दुर्गायै
नम:
मंत्र
की
एक
माला
जाप
करें।
मंत्र
पूरे
हो
जाने
के
बाद
दाल
की
पोटली
को
मंदिर
में
ही
छोड़
आएं
या
किसी
गरीब
को
दान
दें।
शीघ्र
ही
कर्ज
उतरने
लगेगा।
इस उपाय से संपदा में होगी वृद्धि
-
यदि
आप
रूप,
सौंदर्य,
आकर्षण
प्राप्त
करना
चाहते
हैं,
निरोगी
रहना
चाहते
हैं
तो
गुप्त
नवरात्रि
में
प्रतिदिन
देवी
को
शहद
का
भोग
लगाएं।
-
नवरात्रि
में
देवी
को
इत्र
अर्पित
करने
से
धन,
संपत्ति,
सुख,
वैभव
और
योग्य
जीवन
साथी
की
प्राप्ति
होती
है।
-
देवी
को
प्रतिदिन
मीठे
पान
में
गुलाब
की
पंखुड़ियां
डालकर
भेंट
करने
से
धन
संपदा
में
वृद्धि
होती
है।
-
यदि
आपके
मन
में
किसी
प्रकार
का
भय
रहता
है।
गुप्त
और
उजागर
शत्रु
परेशान
करते
हैं,
कोर्ट-कचहरी
के
मुकदमों
में
बेवजह
किसी
ने
फंसा
दिया
है
तो
गुप्त
नवरात्रि
की
सप्तमी
की
रात्रि
में
मां
कालरात्रि
का
पूजन
कर
दुर्गा
सप्तशती
के
12वें
अध्याय
का
पाठ
करें।
इससे
शत्रु
बाधा
समाप्त
होती
है।
कुशाग्र बुद्धि बनेंगे बच्चे
-
नवरात्रि
के
दौरान
आने
वाले
सोमवार
और
शनिवार
का
विशेष
महत्व
होता
है।
इस
दिन
काले
पत्थर
के
शिवलिंग
पर
काले
तिल
और
जल
अर्पित
करने
से
रोगों
से
मुक्ति
मिलती
है
और
शनि
की
पीड़ा
समाप्त
होती
है।
इस
गुप्त
नवरात्रि
में
9
फरवरी
को
शनिवार
और
11
फरवरी
को
सोमवार
आ
रहा
है।
-
जिन
बच्चों
का
पढ़ाई
में
मन
नहीं
लगता
यदि
उनके
हाथ
से
देवी
दुर्गा
को
पांच
प्रकार
के
फलों
का
भोग
लगवाया
जाए
और
वे
फल
गरीब
बच्चों
को
दान
में
दे
दिए
जाएं
तो
बच्चे
कुशाग्र
बुद्धि
बनते
हैं।
-
नवरात्रि
में
प्रतिदिन
दुर्गा
सप्तशती
के
सिद्ध
कुंजिका
स्तोत्र
का
पाठ
करने
से
ऐश्वर्य,
सुख
और
समस्त
प्रकार
के
सुख
प्राप्त
होते
हैं।
-
नवरात्रि
के
पहले
दिन
केसर
को
गंगाजल
के
साथ
घोटकर
रख
लें
और
प्रतिदिन
इसका
तिलक
करेंगे
तो
आकर्षण
प्रभाव
में
वृद्धि
होने
के
साथ
ही
अटूट
लक्ष्मी
की
प्राप्ति
होती
है।