Dhanteras 2017: भूलकर के भी ना करें पूजा में ये गलती वरना होगा बहुत बुरा
नई दिल्ली। धनतेरस, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है, माना जाता है इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान, अमृत का कलश लेकर 'धनवंतरि' प्रकट हुए थे। इस दिन पूजा करने से इंसान को सुख, धन और समृद्धि प्राप्त होती है। 'धनवंतरि' चिकित्सा के देवता भी हैं इसलिए उनसे अच्छे स्वास्थ्य की भी कामना की जाती है। 'धनतेरस' शब्द को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। हिंदी में 'धन' का अर्थ होता है धन और शब्द 'तेरा' का अर्थ है तेरह। इस दिन कुबेर, मां लक्ष्मी, यमराज और 'धनवंतरि' की खास पूजा की जाती है। इस दिन पूजा करते हुए इंसान को कुछ खास बातों का विशेष ख्याल रखना होता है, वरना इंसान को अपनी पूजा का खास लाभ नहीं मिलता है।
सावधानियां
- सारी सफाई के कार्यक्रम धनतेरस के पूर्व निपटा लें, धनतेरस के दिन तक सफाई जारी न रखें।
- अगर आप धनतेरस पर सिर्फ कुबेर की पूजा करने वाले हैं तो ये गलती ना करें।
- आज 'धनवंतरि' देवता की उपासना भी जरूरी है अन्यथा पूरे साल बीमार रहेंगे।
- अगर आप ये सोच रहे हैं दीपावली के लिए शॉपिंग बाद में करेंगे तो फिर एक गलती करने वाले हैं।
- गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां और अन्य पूजन सामग्री भी इसी दिन क्रय करें क्योंकि दिवाली के दिन आज खरीदी गई लक्ष्मी गणेश की मूर्ति की ही पूजा होती है।
चांदी खरीदना शुभ
धनतेरस के दिन लोग घरेलू बर्तन खरीदते हैं, वैसे इस दिन चांदी खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि चांदी चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है और चन्द्रमा शीतलता का मानक है, इसलिए चांदी खरीदने से मन में संतोष रूपी धन का वास होता है क्योंकि जिसके पास संतोष है वो ही सही मायने में स्वस्थ, सुखी और धनवान है।
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