जानलेवा कैंसर से बचा सकते हैं क्रिस्टल, जानिए कैसे?
नई दिल्ली। कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही अच्छे-अच्छों की जान सूख जाती है। हो भी क्यों न क्योंकि यह गंभीर रोग है जिसका इलाज मुश्किल से ही हो पाता है। हर साल दुनिया में लाखों लोग विभिन्न प्रकार के कैंसर के कारण जान गंवाते हैं।
जानिए कैसे सूर्य के उपरत्न भी दिखाते हैं कमाल
कैंसर की रोकथाम और इस बीमारी पर काबू पाने के लिए लगातार वैज्ञानिक शोध जारी हैं लेकिन इस बीमारी का कोई ठोस उपचार अभी तक नहीं मिल पाया है। जिनकी किस्मत अच्छी होती है और जिन्हें कैंसर की प्रथम अवस्था में ही बीमारी का पता चल जाता है वे बच जाते हैं, लेकिन अधिकांश लोग मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं।
क्रिस्टल थैरेपी भी विभिन्न रोगों के उपचार का दावा करती है। क्रिस्टल हीलर कहते हैं कि विभिन्न प्रकार के क्रिस्टलों से हील करके कैंसर पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। यदि डॉक्टरी भाषा में कहा जाए तो खराब सेल्स का अनियंत्रित तरीके से बढ़ना ही कैंसर होता है। रत्न चिकित्सा विज्ञान में ऐसे अनेक क्रिस्टल का वर्णन मिलता है जिनके प्रभाव से कैंसर की कारक सेल्स और ग्रंथियों को बढ़ने से रोका जा सकता है। ऐसे ही कुछ क्रिस्टल के बारे में यहां जानकारी दी जा रही है।
आंबेर: सुनहरे पीले रंग का यह स्टोन शरीर में जबर्दस्त पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है। रक्त शुद्ध होता है और शरीर के भीतर कहीं भी कोई अंग या कोशिश अनियंत्रित तरीके से बढ़ती है तो यह उस पर काबू करता है। यह स्टोन ब्लैडर कैंसर के उपचार में कारगार है।
एमेथिस्ट: जामुनी रंग का यह स्टोन कैंसर की बेड सेल्स से लड़ने में काफी कारगर पाया गया है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अभूतपूर्व रूप से बढ़ाता है। इससे कैंसर समेत कई बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। यह शरीर का एनर्जी लेवल भी बढ़ाता है।
कारनेलिन: खून की तरह लाल रंग का यह स्टोन न केवल इम्यून सिस्टम मजबूत करता है, बल्कि कैंसर सेल्स की वृद्धि रोकने में भी कारगर है। इससे शरीर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है। रक्त का सबसे अच्छा शोधक है यह स्टोन।
क्रिसोकोला: हरे, आसमानी रंग का अपारदर्शी यह स्टोन शरीर की हड्डियों और जोड़ों को मजबूती देता है। बोन कैंसर को बढ़ने से रोकता है और व्यक्ति को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। कई क्रिस्टल हीलर इस स्टोन में बुझाया हुआ पानी रोगी को पिलाते हैं।
ब्लू और ग्रीन टरमलाइन: ये दोनों स्टोन ब्रेन कैंसर के उपचार में काम आते हैं। इससे ब्रेन की सामान्य गतिविधियों में वृद्धि होती है। यदि कहीं ट्यूमर या बेड सेल्स है तो यह उन्हें बढ़ने से रोकता है और धीरे-धीरे स्वस्थ सेल की वृद्धि करता है जिससे खराब सेल हट जाती है।
रोज क्वार्ट्ज: पिंक रंग का यह स्टोन ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में प्रयोग किया जाता है। इससे हृदय चक्र एक्टिवेट होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। यह स्टोन शरीर में कई लेवल में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है।
ब्लड स्टोन: हरे अपारदर्शी स्टोन में खून जैसे थक्के वाले इस स्टोन को ब्लड स्टोन कहा जाता है। यह आंतों के कैंसर में राहत प्रदान करता है। इस स्टोन को पहनने या इसकी पिष्टी या इसमें बुझा पानी पीने से आंत का कैंसर ठीक होता है।
विशेष नोट: इन सभी प्रकार के स्टोन का उपयोग अपने मन से न करें। किसी जानकार क्रिस्टल हीलर से परामर्श के बाद ही धारण करें।