Chaitra 2021: हिंदू नववर्ष का प्रथम माह चैत्र प्रारंभ, जानें प्रमुख व्रत-त्योहार
नई दिल्ली। चैत्र माह हिंदू नववर्ष का पहला माह होता है और यह 29 मार्च 2021, चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से प्रारंभ हुआ है, किंतु नवसंवत्सर चैत्र माह के शुक्ल पक्ष से प्रारंभ होता है इसलिए विक्रम संवत 2078, 13 अप्रैल 2021 से प्रारंभ होगा। चैत्र माह का नाम चित्रा नक्षत्र से पड़ा है। चैत्र अमावस्या के बाद जब चंद्रमा मेष राशि और अश्विन नक्षत्र से प्रारंभ होकर 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में समाप्त होता है, तो चित्रा नक्षत्र के कारण इस माह का नाम चैत्र रखा गया है। चैत्र माह में न केवल नव संवत्सर प्रारंभ होता है बल्कि इस माह में चैत्र नवरात्रि, गणगौर, शीतला सप्तमी, राजा रामचंद्रजी का जन्मदिन, हनुमान जयंती, महावीर जयंती जैसे पर्व भी आते हैं। इस माह सूर्य, बुध, शुक्र और गुरु के राशि परिवर्तन भी होने जा रहे हैं।
चैत्र माह के प्रमुख व्रत-त्योहार, ग्रह परिवर्तन, योग
- 29 मार्च - चैत्र कृष्ण प्रथमा, धुलेंडी, रंगोत्सव, आम्रकुसुमप्राशन
- 31 मार्च- चैत्र कृष्ण तृतीया, संकष्टी चतुर्थी व्रत, बुध मीन में
- 1 अप्रैल- चैत्र कृष्ण चतुर्थी, सर्वार्थसिद्धि योग प्रात: 7.23 से रात्रि 29.20 तक
- 2 अप्रैल- चैत्र कृष्ण पंचमी, रंग पंचमी, रवियोग रात्रि 27.46 से
- 3 अप्रैल- चैत्र कृष्ण सप्तमी, शील सप्तमी, शीतला सप्तमी, रवियोग 26.38 तक
- 4 अप्रैल- चैत्र कृष्ण अष्टमी, कालाष्टमी, शीतलाष्टमी, सर्वार्थसिद्धि 26.06 से 30.18 तक
- 5 अप्रैल- चैत्र कृष्ण नवमी, गुरु कुंभ राशि में, सर्वार्थसिद्धि 26.05 से 30.17 तक
- 6 अप्रैल- चैत्र कृष्ण दशमी, दशामाता पूजन, बुध अस्त पूर्व में प्रात: 7.50 से
- 7 अप्रैल- चैत्र कृष्ण एकादशी, पापमोचिनी एकादशी, पंचक प्रारंभ दोपहर 3 बजे से
- 9 अप्रैल- चैत्र कृष्ण त्रयोदशी, शुक्र प्रदोष व्रत
- 10 अप्रैल- चैत्र कृष्ण चतुर्दशी, शुक्र मेष में प्रात: 6.29 से
- 11 अप्रैल- चैत्र अमावस्या, पितृ कार्य अमावस्या, सर्वार्थसिद्धि प्रात: 6.14 से 8.58 तक
- 12 अप्रैल- चैत्र अमावस्या, सोमवती अमावस्या, पंचक समाप्त प्रात: 11.30 पर, विक्रम संवत 2077 पूर्ण
- 13 अप्रैल- चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, नव संवत्सर 2078 प्रारंभ, वासंती नवरात्र प्रारंभ, गुड़ी पड़वा, ज्योतिष दिवस, सूर्य मेष में, मंगल मिथुन में
- 14 अप्रैल- चैत्र शुक्ल द्वितीया, सर्वार्थसिद्धि 17.24 से 30.09 तक
- 15 अप्रैल- चैत्र शुक्ल तृतीया, गणगौर पूजा, मत्स्य जयंती, रवियोग 20.32 से
- 16 अप्रैल- चैत्र शुक्ल चतुर्थी, विनायक चतुर्थी, बुध मेष में
- 17 अप्रैल- चैत्र शुक्ल पंचमी, ललिता पंचमी, रवियोग 26.34 से
- 18 अप्रैल- चैत्र शुक्ल षष्ठी, स्कंद षष्ठी, यमुना षष्ठी
- 19 अप्रैल- चैत्र शुक्ल सप्तमी, शुक्र उदय पश्चिम में सायं 7.14 बजे
- 20 अप्रैल- चैत्र शुक्ल अष्टमी, दुर्गाष्टमी
- 21 अप्रैल- चैत्र शुक्ल नवमी, रामनवमी, नवरात्र पूर्ण
- 23 अप्रैल- चैत्र शुक्ल एकादशी, कामदा एकादशी
- 24 अप्रैल- चैत्र शुक्ल द्वादशी, शनि प्रदोष व्रत
- 25 अप्रैल- चैत्र शुक्ल त्रयोदशी, अनंग त्रयोदशी, महावीर जयंती, अमृतसिद्धि प्रात: 6.02 से 25.54 तक
- 26 अप्रैल- चैत्र शुक्ल चतुर्दशी, सत्यनारायण व्रत
- 27 अप्रैल- चैत्र पूर्णिमा, हनुमान जयंती, चैत्री पूर्णिमा व्रत, अश्वत्थसेचन, वैशाख स्नान प्रारंभ
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