Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 19 जनवरी 2023, गुरुवार
दिशाशूल दक्षिण दिशा में रहेगा। इसलिए दक्षिण की ओर यात्रा करना टालें। आवश्यक हो तो जीरा खाकर घर से निकलें। चतुर्भुज भगवान नारायण के दर्शन करें।
Aaj Ka Panchang: आज द्वादशी तिथि और दिन गुरुवार है। आज प्रदोष व्रत है। जो लोग वर्षभर के प्रदोष व्रत करते हैं वे तो करेंगे ही, किंतु जो लोग कभी यह व्रत नहीं करते उन्हें भी माघ मास के इस प्रदोष व्रत को अवश्य करना चाहिए। प्रदोष व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सर्वश्रेष्ठ व्रत है। इस व्रत के प्रभाव से जीवन के सारे अभाव दूर हो जाते हैं। संकटों से छुटकारा मिलता है और धन-संपदा, सुख-सम्मान प्राप्त होता है। यहां पेश है आज का पंचांग, जिसमें शुभ-अशुभ योग देखकर पूरे दिन की प्लानिंग कर लीजिए।
आज का पंचांग
- विक्रम संवत : 2079
- शालिवाहन शके : 1944
- मास : माघ कृष्ण पक्ष
- ऋतु : शिशिर
- अयन : उत्तरायण
- तिथि : द्वादशी दोपहर 1.17 तक
- नक्षत्र : ज्येष्ठा दोपहर 3.16 तक
- योग : ध्रुव रात्रि 11.02 तक
- करण : तैतिल दोपहर 1.17 तक
- सूर्योदय : 7.10.27
- सूर्यास्त : 6.04.20
- दिनकाल : 10 घंटे 53 मिनट 53 सेकंड
- रात्रिकाल : 13 घंटे 06 मिनट 00 सेकंड
- चंद्रास्त : दोपहर 3.17
- चंद्रोदय : तड़के 5.34
- आज की ग्रह स्थिति
- सूर्य राशि : मकर में
- चंद्र राशि : वृश्चिक दोप. 3.16 तक पश्चात धनु
- मंगल : वृषभ में
- बुध : धनु में
- गुरु : मीन में
- शुक्र : मकर में
- शनि : कुंभ में
- राहु : मेष में
- केतु : तुला में
शुभ समय दिन के
- चर : प्रात: 11.16 से दोप. 12.37
- लाभ : दोप. 12.37 से 1.59
- शुभ : सायं 4.43 से 6.04
- अभिजित : दोप. 12.16 से 12.59
शुभ समय रात्रि के
- अमृत : सायं 6.04 से 7.43
- चर : सायं 7.43 से रात्रि 9.21
त्याज्य समय
- राहु काल : दोप. 1.59 से 3.21
- यम घंट : प्रात: 7.10 से 8.32
आज विशेष :
- प्रदोष व्रत
- आज का शुभ रंग : पीला, सफेद
- आज के पूज्य देव : वासुदेव
- आज का मंत्र : ऊं नमो भगवते वासुदेवाय
दिशाशूल
दिशाशूल दक्षिण दिशा में रहेगा। इसलिए दक्षिण की ओर यात्रा करना टालें। आवश्यक हो तो जीरा खाकर घर से निकलें। चतुर्भुज भगवान नारायण के दर्शन करें।
आज का विशेष उपाय
- आज प्रदोष व्रत है। जो लोग वर्षभर के प्रदोष व्रत करते हैं वे तो करेंगे ही, किंतु जो लोग कभी यह व्रत नहीं करते उन्हें भी माघ मास के इस प्रदोष व्रत को अवश्य करना चाहिए। प्रदोष व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सर्वश्रेष्ठ व्रत है। इस व्रत के प्रभाव से जीवन के सारे अभाव दूर हो जाते हैं। संकटों से छुटकारा मिलता है और धन-संपदा, सुख-सम्मान प्राप्त होता है।
- प्रदोष व्रत में सायंकाल में अर्थात् प्रदोषकाल में शिवजी का पूजन किया जाता है। बेलपत्र, धतूरा, आंकड़े के पुष्प, जनेऊ आदि शिवजी को अर्पित करें। समस्त द्रव्यों से पूजन कर फलों, मिष्ठान्नों का नैवेद्य लगाएं। प्रदोष व्रत की कथा सुनें या पढ़ें।
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