भोपाल में भी होगी फाइव जी नेटवर्क की ट्राइल, ट्राई के प्रतिनिधियों ने ली बैठक
भोपाल, 30 मार्च। एमपी की राजधानी भोपाल को जल्द ही बड़ी सौगात मिलने जा रही है। भोपाल के लोगों को अब हाई स्टीड फाइव जी नेटवर्क का लाभ मिलेगा। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। फाइव जी ट्रायल के देश के चार बड़े शहरों का चयन हुआ है। इसमें भोपाल का नाम भी है।
इसे लेकर मंगलवार को ट्राई के प्रतिनिधियों ने भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक की है। भोपाल स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने कहा कि टेलीकॉम कंपनियां 120 दिनों तक उन जगहों को चिह्नित करेंगी, जहां 5जी नेटवर्क शुरू किया जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि 5जी पायलट प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए भोपाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को चुना गया है। बीएससीडीसीएल के सीईओ अंकित अस्थाना ने कहा कि दूरसंचार कंपनियां स्थानों का चयन करेंगी, स्मार्ट सिटी इन्हें सुविधा उपलब्ध करवाएंगी।
पायलट प्रोजेक्ट के लिए देश में अन्य तीन जगहों का चयन हुआ है, इनमें दिल्ली एयरपोर्ट, गुजरात में कांडला बंदरगाह और बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम शामिल हैं। ट्राई की तरफ से बैठक में संजीव शर्मा और विनोद गुप्ता शामिल हुए थे।
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दरअसल, भोपाल स्मार्ट सिटी देश की पहली परियोजना थी, जिसमें बड़े पैमाने पर स्मार्ट पोल और इंटेलिजेंट स्ट्रीट लाइट लगाने का काम किया गया था। इनमें इंटनेट एक्सेस प्वाइंट सहित बहु-अनुप्रयोग सुविधा पोल हैं। ट्राई के निर्देश के अनुसार स्ट्रीट फर्नीचर और एरियल केबल के जरिए स्मॉल सेल में 5जी नेटवर्क शुरू किया जाएगा।
इस पायलट परियोजना का मकसद है कि खंभे, होर्डिंग, लैंप पोस्ट, ट्रैफिक सिग्नल और स्टॉप जैसी सार्वजनिक संरचनाओं जैसे स्ट्रीट फर्नीचर का उपयोग बहुत कम या बिना किसी बदलाव के उपयोगिता सेवाएं प्रदान करने के लिए करना है।
वहीं, ट्राई के परामर्श पत्र में कहा गया है कि वास्तव में नियंत्रण करने वाले अधिकारी देश में 5जी छोटे सेल की तैनाती में एक महत्वपूर्ण बाधा को दूर कर सकते हैं। सार्वजनिक स्ट्रीट फर्नीचर के उपयोग से छोटे सेल और फाइबर के लिए टावरों या पोलों की ग्रीनफील्ड परिनियोजन की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।
इससे 5जी नेटवर्क और सेवाओं को चालू करने में लगने वाले पूंजीगत खर्च और समय में कमी आएगी। विभिन्न संस्थाओं के बीच बुनियादी ढांचे का यह साझाकरण भी पीएम गति शक्ति पहल के अनुरूपप है। अधिकारी ने कहा कि भोपाल में जिन स्थानों पर 5जी नेटवर्क का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा, उन्हें जल्द ही शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।