पराली जलाने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर, हरियाणा सरकार खरीदेगी पराली, बनवाएगी बिजली
फतेहाबाद। इस बार धान उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर है। सरकार की ओर से इस बार ऐसे किसानों से पराली भी खरीदी जाएगी। पराली की खरीद भूना में लगे बिजली उत्पादन संयंत्र के लिए होगी। जो इस बार फरवरी तक शुरू हो जाएगा। गत वर्ष इस संयंत्र के लिए 4 लाख क्विंटल पराली की खरीद हुई थी। जो इस बार खरीद की मात्र बढ़ गई। इससे किसानों को खूब लाभ मिलेगा। इस संयत्र ने गत वर्ष 135 रुपये क्विंटल के हिसाब से पराली खरीदी गई थी। इस बार भी नए रेट पर पराली की खरीद होगी। जिसके लिए प्रशासन से अनुबंध हो गया।
दरअसल, भूना के पास 10 मेगावाट बिजली उत्पादन का संयंत्र लगा है। जो पराली के अवशेष से चलेगा। संयंत्र का कार्य अंतिम चरण है। जो आगामी फरवरी तक पूरा होने का अनुमान है। इसके बाद आगामी दो-तीन वर्षों में पराली की खरीद बढ़ने वाली है। जिसका बड़े स्तर पर किसानों को लाभ मिलेगा।
एक
स्ट्रा
बेलर
500
एकड़
जमीन
की
बनाते
है
गांठें
जिले
में
191
स्ट्रा
बेलर
हैं।
इस
वर्ष
40
किसानों
को
नई
स्ट्रा
बेलर
खरीदने
के
लिए
अनुदान
दिया
जाएगा।
ऐसे
में
221
स्ट्रा
बेलर
हो
जाएगी।
जबकि
जिले
के
129
ही
ऐसे
गांव
हैं
जिनमें
80
फीसद
से
अधिक
में
धान
की
खेती
होती
है।
कृषि
विभाग
के
अधिकारियों
का
कहना
है
कि
एक
स्ट्रा
बेलर
मशीन
एक
सीजन
में
500
एकड़
से
पराली
की
गांठेंं
बना
देती
है।
सरकार
भी
प्रति
एकड़
गांठें
बनाने
पर
किसानों
को
1
हजार
रुपये
अनुदान
देती
है।
ऐसे
में
किसान
को
2
हजार
रुपये
ही
इसका
खर्च
आता
है।
किसानों
की
फसल
खरीदने
से
लेकर
पराली
प्रबंध
तक
सहायता
ही
सहायता
सरकार
किसानों
को
धान
की
खेती
करने
पर
पहले
सस्ती
बिजली
मुहैया
करवाती
है।
इसके
बाद
परमल
धान
की
सरकारी
खरीद
भी
करती
है।
इतना
ही
नहीं
फसल
अवशेष
प्रबंध
के
लिए
कृषि
यंत्रों
के
साथ
प्रति
एकड़
एक
हजार
रुपये
स्ट्रा
बेलर
से
गांठें
बनाने
के
लिए
दिए
जाते
हैं।
उसके
बाद
भी
जिले
में
आगजनी
के
मामले
बढ़
रहे
है।
ऐसे
में
सरकार
किसानों
को
रिझाने
के
लिए
पराली
खरीद
के
प्रयास
शुरू
कर
दिए।
जिले
में
इस
बार
6
लाख
क्विंटल
पराली
की
होगी
खरीद
:
डीडीए
कृषि
एंव
किसान
विभाग
के
उपनिदेशक
डा
राजेश
सिहाग
ने
बताया
कि
भूना
में
निर्माणाधीन
बिजली
उत्पादक
संयंत्र
के
लिए
इस
बार
6
लाख
क्विंटल
धान
अवशेष
से
बनी
गांठें
खरीदी
जाएगी।
गत
वर्ष
4
लाख
गांठें
खरीदी
थी।
इसका
किसानों
को
बड़ा
लाभ
मिलेगा।
प्रदेश
सरकार
की
नीतियों
की
वजह
से
यह
संभव
हुआ
है।
जिले
के
40
किसानों
को
दिया
जाएगा
स्ट्रा
बेलर
पर
अनुदान
:
भाम्भू
कृषि
अभियांत्रिकी
कार्यकारी
अभियंता
सुभाष
भाम्भू
ने
बताया
कि
जिले
में
फिलहाल
191
स्ट्रा
बेलर
है।
इस
बार
40
स्ट्रा
बेलर
किसानों
को
और
दिए
जाएंगे।
ऐसे
में
इनकी
संख्या
बढ़कर
221
हो
जाएगी।
जबकि
जिले
के
129
गांवों
में
धान
की
खेती
अधिक
होती
है।
जिन
किसानों
के
यंत्र
निकले
हुए
है
वे
28
सितंबर
तक
बिल
आनलाइन
अपलोड
कर
सकते
है।