आंध्र प्रदेश: विधानसभा में बोले जगन मोहन रेड्डी, हमारी सरकार के लिए हेल्थ सेक्टर प्राथमिकता है
विजयवाड़ा, 26 नवंबर। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि वो मानव जीवन को बहुत अधिक महत्व देते हैं, इसलिए वो राज्य में चिकित्सा और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे और सेवाओं की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रहे हैं और इसे आगे भी जारी रखें। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में 'स्वास्थ्य' पर एक संक्षिप्त चर्चा के दौरान अपनी समापन टिप्पणी में ये बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राज्य में चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित ढाई साल पहले और आज की स्थिति की तुलना की जाती है तो बड़ा अंतर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सरकार ने इस क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाने के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाईएसआर आरोग्यश्री का दायरा राज्य की 95 प्रतिशत आबादी को आय सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है और हैदराबाद, चेन्नई और बैंगलोर जैसे शहरों में 130 से अधिक सूचीबद्ध अस्पतालों से सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं प्रदान की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने योजना के तहत 680 करोड़ रुपये के अवैतनिक बिलों को नेटवर्क अस्पतालों पर छोड़ दिया, लेकिन हमने उन सभी बकाया बिलों का भुगतान किया है। यहां तक कि आरोग्यश्री के तहत अस्थि-मज्जा प्रत्यारोपण, हृदय प्रत्यारोपण, कर्णावत प्रत्यारोपण जैसी महंगी सर्जरी भी शामिल की। पिछले 29 महीनों में, लगभग 4,000 करोड़ रुपये आरोग्यश्री पर खर्च किए गए और 2,466 प्रक्रियाओं को योजना के तहत लाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मौजूदा 11 मेडिकल कॉलेजों को बदलने के अलावा 16 नए शिक्षण अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। पडेरू जैसे आदिवासी क्षेत्रों में एक शिक्षण अस्पताल होगा और पांच अन्य बहु-विषयक अस्पताल आईटीडीए के दायरे में आएंगे। इनके अलावा, राज्य सरकार 16,255 करोड़ रुपये की लागत से 10,032 वाईएसआर ग्राम क्लीनिक, 560 शहरी स्वास्थ्य क्लीनिक, 1321 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 52 क्षेत्रीय अस्पताल, 191 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विकसित कर रही है।
सीएम ने कहा कि सरकार के गठन के बाद से अब तक सचिवालय स्तर पर 15,000 एएनएम की नियुक्ति के अलावा 9,712 पद भरे जा चुके हैं और फरवरी 2022 तक 14,788 पद भरे जाएंगे। यानी चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में कुल 40,000 पद भरे जा रहे थे।