मुख्यमंत्री ने पहली पातशाही गुरुद्वारा में माथा टेका, HSGPC को लेकर कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
पानीपत, 25 सितंबर: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज पानीपत पहुंचे, जहां उन्होंने पहली पातशाही गुरुद्वारा में पहुंचकर अरदास की। एचएसजीपीसी के पक्ष में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस समय 52 ऐतिहासिक गुरूद्वारे हैं। इनमें से केवल 4 या 5 ही ऐसे गुरुद्वारे हैं, जिनका प्रबंधन एचजीपीसी के अधिकार में था। उस पर भी फिलहाल रोक लग गई थी।
अब उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद राज्य के गुरुद्वारों की कमान हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ही संभालेगी। इस दौरान सिख समाज के लोगों ने सीएम को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया। सिख समाज ने गुरूद्वारों के प्रबंधन के लिए अलग कमेटी का गठन करने के आदेश पर खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने भी स्वतंत्र कमेटी के लिए सिख समाज के लोगों को बधाई दी।
हरियाणा में भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर नशा तस्करों और बदमाशों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में यह कार्रवाई किसी दूसरे राज्य की तर्ज पर नहीं की जा रही है। हर स्टेट का अपना तरीका और काम होता है। हरियाणा सरकार भी आपराधिक तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए काम कर रही है।
इसी के तहत पिछले कुछ दिनों से प्रशासन अपराधिक तत्वों द्वारा किए गए अवैध निर्माण पर कार्यवाही कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की इस कार्रवाई से समाज में एक अच्छा मैसेज भी जाएगा। करनाल में आमरण अनशन पर बैठे आढ़तियों को लेकर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि उनसे हमारी बातचीत जारी है और जल्द ही कोई हल निकाला जाएगा।
हरियाणा में कई दिनों से हो रही बरसात के चलते हुए जलभराव से फसलें खराब होने को लेकर सीएम ने कहा कि सभी जिलों के उपायुक्तों को आदेश जारी कर दिए गए हैं कि जल्दी इन क्षेत्रों की गिरदावरी की जाए। गिरदावरी के बाद किसानों को खराब धान की एवज में मुआवजा दिया जाएगा।
खट्टर सरकार ने मानी किसानों की मांग, 1 अक्टूबर से खरीदेगी धान, खरीदी की लिमिट भी बढ़ाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी एक अक्टूबर से प्रदेश में धान की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। वहीं बाबरपुर का नाम बदले जाने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अच्छा है इतिहास में जो गलती हुई है, उसे सुधारा जाए। लोगों की भावनाओं की कदर करते हुए जो प्रस्ताव पास हुआ है, हम उसका स्वागत करते हैं।