CM खट्टर बोले- राज्य की शुगर मिलों का घाटा 5293 करोड़ पहुंचा
मनोहर लाल खट्टर ने शुगर मिलों की आर्थिक स्थिति सामने रखते हुए साफ कहा कि विपरित परिस्थितियों में भी सरकार किसानों के साथ खड़ी है।
हरियाणा के गन्ना उत्पादक किसानों के आंदोलन के बीच सरकार ने गन्ने के दामों में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़ोतरी के बाद भी किसान नाखुश हैं और विपक्ष ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने शुगर मिलों की आर्थिक स्थिति सामने रखते हुए साफ कहा कि विपरित परिस्थितियों में भी सरकार किसानों के साथ खड़ी है। राज्य की शुगर मिलों का घाटा 5293 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
बुधवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा, चीनी मिलों का बंद होना न तो किसानों के हित में है और न ही मिलों के। हालांकि चीनी की मौजूदा कीमत उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ी है, फिर भी हम चीनी की कीमत की तुलना में गन्ना किसानों को अधिक कीमत दे रहे हैं। चीनी मिलें लगातार घाटे में चल रही हैं, लेकिन फिर भी हमने समय-समय पर किसानों के हितों की रक्षा की है।
सरकारी मिलों में चीनी की रिकवरी का प्रतिशत 9.75 है, जबकि निजी मिलों का प्रतिशत 10.24 है। उन्होंने कहा कि चीनी की रिकवरी बढ़ाने और मिलों को अतिरिक्त आय के लिए मिलों में एथेनॉल और ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के साथ-साथ सहकारी चीनी मिलों की क्षमता बढ़ा रहे हैं। वहीं हुड्डा का दावा है कि पंजाब के मुकाबले हरियाणा में चीनी की रिकवरी अधिक है। वहां गन्ने का भाव भी अधिक है, लेकिन हरियाणा फिर भी किसानों को उनका हक नहीं दे रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ने के मूल्य निर्धारण के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी, जिसने गन्ना किसान की मांगों पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी।
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सबसे अधिक मूल्य देता आया हरियाणा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि सरकार हमेशा ही किसानों के साथ खड़ी है। सरकार ने पिराई सत्र 2022-23 के लिए गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) 362 रुपये प्रति क्विंटल से 372 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा ही गन्ना किसानों को सबसे ज्यादा राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) देती आई है। 2020-21 में हरियाणा में गन्ने का एसएपी 350 था तो पंजाब में यह मूल्य 310, उत्तर प्रदेश में 325 और उत्तराखंड में 326 था। 2021-22 में प्रदेश में गन्ने का एसएपी 362 रुपये निर्धारित किया था। इस पंजाब में गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) 360, उत्तर प्रदेश में 350 और उत्तराखंड में 355 रुपये प्रति क्विंटल रहा। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को गन्ने की कीमत का भुगतान करने में भी हरियाणा अन्य राज्यों से आगे है। 2020-21 में हरियाणा में पूरी पेमेंट की जा चुकी है।