बीआरएस सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में उठाई हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर चर्चा की मांग
सभापति और अध्यक्ष ने क्रमशः राज्यसभा में बीआरएस संसदीय दल के नेता के केशव राव और लोकसभा नेता नामा नागेश्वर राव द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
बीआरएस सांसदों ने गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव देते हुए अडानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग उठाई। पार्टी के सांसदों ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट देश की अर्थव्यवस्था के लिए उत्पन्न खतरों को उजागर करती है। हालांकि, सभापति और अध्यक्ष ने क्रमशः राज्यसभा में बीआरएस संसदीय दल के नेता के केशव राव और लोकसभा नेता नामा नागेश्वर राव द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
केशव राव और नामा नागेश्वर ने केंद्र सरकार से मांग की, कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति या सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच कराई जाए। संसदीय दल के दोनों नेताओं ने कहा कि बीआरएस ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्तावों की मांग की लेकिन सभापति और अध्यक्ष ने सदन को स्थगित कर दिया और उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर हिंडनबर्ग रिपोर्ट और भारत की अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर चर्चा से बच रही है। बीआरएस के सांसदों ने केंद्र सरकार से मांग की, कि संसद को अडानी प्रकरण पर चर्चा करने की अनुमति दी जाए क्योंकि इसका एलआईसी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर भी भारी प्रभाव पड़ा है।