कोटा: BJP प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस सरकार की चार्जशीट बनाई, ब्लैक पेपर भी जारी
कोटा, 16 जून। राजस्थान भाजपा की कार्यसमिति की बैठक कोटा में हुई, जिसके दूसरे सत्र में कई राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किए गए। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की विफलताओं को लेकर तहसील स्तर पर आंदोलन करने की रूपरेखा पर चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राजनीतिक प्रस्ताव रखा। केन्द्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, सांसद कनकमल कटारा और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने इसका अनुमोदन किया।
बैठक के बाद राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि यह कांग्रेस का काला राज है, इसलिए कांग्रेस सरकार के खिलाफ चार्जशीट भी बनाई है। इसका ब्लैक पेपर भी जारी किया गया है। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा, राजस्थान बलात्कार के मामलों में पहले और महिलाओं पर अत्याचार के मामले में देश में दूसरे नम्बर पर है। दलितों पर अत्याचार के मामले में तीसरे, साइबर क्राइम में पहले नम्बर, बेरोजगारी में दूसरे नम्बर पर है। इसी तरह बेरोजगारी के कारण आत्महत्या में पहले, पेट्रोल-डीजल व बिजली की कीमतों पर पहले नम्बर पर है। यह विषय राजनीतिक प्रस्ताव में शामिल किए गए हैं।
बैठक में प्रदेश सरकार पर भ्रष्ट, निर्लज्ज और संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए यह निर्णय लिया कि भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ जन आंदोलन का आह्वान करेगी। इसके साथ ही 2023 में राजस्थान को कांग्रेस मुक्त करने का संकल्प भी लिया गया।
आरोप पत्र में ये भी शामिल
कमजोर सरकार, विकास बाधित: जब कांग्रेस सत्ता में आई तब 3 लाख 41 हजार करोड़ का कर्ज था, जो पिछले बजट तक बढ़कर 4 लाख 72 हजार करोड़ तक पहुंच गया है। केवल 42 माह में ही आर्थिक कुप्रबंधन के कारण 1 लाख 31 हजार करोड़ का कर्ज बढ़ गया। राज्य के प्रत्येक परिवार पर औसतन 3 लाख रुपए का कर्ज है।
बेरोजगारों से खिलावाड़ किया: कांग्रेस ने सरकार बनते ही 27 लाख बेरोजगार युवाओं को 3500 रुपए भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन 53 हजार को ही यह भत्ता मिल रहा है। परीक्षाएं नकल गिरोह के भेंट चढ़ गई। तीन लाख से अधिक संविदा कर्मियों को भी नियमित करने का वादा सरकार भूल चुकी है।
जमीन नीलाम हो रही
राठौड़ ने कहा, राजस्थान के 60 लाख किसानों पर 99.9 हजार करोड़ रुपए का कर्ज 10 दिन में माफ करने का वादा करने वाली कांग्रेस पार्टी ने 42 माह गुजरने के बाद भी 5 प्रतिशत किसानों का भी कर्ज माफ नहीं किया। फसली ऋण लेने वाले किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। किसानों की जमीन नीलाम हो रही हैं।
सीएम को बताया कमजोर
बैठक में नेताओं ने कहा, कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 3 साल 6 माह में कुर्सी बचाने की लड़ाई के बाद अब केवल भ्रष्टाचार की ही चर्चा होती है। सीएम को समर्थन देने वाला हर विधायक अपने आपको सीएम मानता है। एसीबी ने 300 से ज्यादा भ्रष्टाचारियों को पकड़ा, लेकिन सरकार अभियोजन की स्वीकृति नहीं देकर उन्हें बचा रही है।
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