दिल्ली में 299 जलाशयों और 9 झीलों को विकसित करेगी केजरीवाल सरकार
सरकार का मानना है कि झीलों व जलाशयों के पुनर्जीवित होने से राजधानी की बायोडायवर्सिटी में भी सुधार होगा और साथ ही आसपास के भूजल स्तर में भी सुधार आएगा।
नई दिल्ली, 3 जुलाई: दिल्ली को झीलों का शहर बनाने की कवायद की जा रही है। दिल्ली सरकार की ओर से झीलों का पुनर्विकास कर उनको जीवंत बनाने का काम किया जा रहा है। साथ ही इनको एक टूरिस्ट स्पॉट के रूप में भी तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। केजरीवाल सरकार दिल्ली में 299 जलाशय और 9 झीलों को विकसित कर रही है। इनमें कई झीलों और जलाशयों को मनोरंजक और सुरक्षित स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
सरकार का मानना है कि झीलों व जलाशयों के पुनर्जीवित होने से राजधानी की बायोडायवर्सिटी में भी सुधार होगा और साथ ही आसपास के भूजल स्तर में भी सुधार आएगा। एक तय भूजल स्तर पर उस पानी का इस्तेमाल पानी की डिमांड और सप्लाई के अंतर को कम करने के लिए भी कर पाएगा।
दिल्ली की सभी झीलों व जलाशयों को विकसित करने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है, ताकि इनके सुंदरीकरण के साथ ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करने में भी मदद मिल सके। इसके अलावा महरौली एसटीपी से ट्रीटेड पानी को डीएलएफ छतरपुर, सतबारी और राधे मोहन ड्राइव फार्म हाउस में सप्लाई किया जाएगा, ताकि बोरवेल से पानी निकलने की नौबत न आए।
ओखला
STP
के
पास
विकसित
की
जाएंगी
झीलें
ओखला
एसटीपी
से
यमुना
नदी
तक
पानी
पहुंचाने
के
लिए
एक
कनेक्टिंग
लाइन
बिछाई
जाएगी।
इसके
साथ
ही
ग्राउंडवाटर
को
रिचार्ज
करने
के
लिए
ओखला
एसटीपी
के
पास
छोटी-छोटी
झीलें
विकसित
की
जाएगी,
ताकि
पानी
को
एसटीपी
से
झीलों
में
छोड़ा
जाएगा।
अतिरिक्त
ट्रीटेड
पानी
को
यमुना
में
कनेक्टिंग
लाइन
के
जरिए
छोड़ा
जाएगा।
इसके
अलावा
ओखला
एसटीपी
से
एनटीसीपी
ईकोपार्क
बदरपूर
तक
भी
ट्रीटेड
पानी
पहुंचाया
जाएगा।
एसटीपी
में
पानी
की
गुणवत्ता
में
हुआ
सुधार
डिप्टी
सीएम
मनीष
सिसोदिया
का
कहना
है
कि
दिल्ली
सरकार
ने
विभिन्न
सीवर
ट्रीटमेंट
प्लांट्स
में
आधुनिक
तकनीक
के
जरिए
पानी
को
ट्रीट
करने
की
पहल
की
है।
इस
अनोखी
तकनीक
की
मदद
से
वर्तमान
में
ओखला
एसटीपी
में
सीवर
के
पानी
को
भी
बेहतर
तरीके
से
ट्रीट
किया
जा
रहा
है।
यही
वजह
है
कि
एसटीपी
में
पानी
की
गुणवत्ता
में
सुधार
हुआ
है।
सीवेज
वॉटर
को
ट्रीट
करके
सरकार
सिविल
कार्य
और
भारी
मशीनरी
खरीदने
के
लिए
उपयोग
की
जाने
वाली
लागत
को
कम
कर
पाएगी।
अगले
तीन
सालों
में
साफ
होगी
यमुना
नदी
सिसोदिया
ने
कहा
कि
पानी
व
सीवर
के
इंफ्रास्ट्रक्चर
को
विकसित
करना
सरकार
का
काम
है।
लोग
टैक्स
देते
हैं,
इस
कारण
इंफ्रास्ट्रक्चर
पर
उनका
हक
है।
केजरीवाल
सरकार
ने
यमुना
नदी
को
अगले
तीन
साल
में
पूरा
साफ
करने
का
लक्ष्य
रखा
है।
इसके
तहत
दिल्ली
के
100
फीसदी
घरों
को
भी
सीवर
लाइन
से
जोड़ने
का
प्लान
है।