'छोटी दिवाली' यानी आज है हनुमान जी का 'हैप्पी बर्थ डे'
नई दिल्ली। संकटमोचन हनुमान जी भगवान शिव के 11वें अवतार माने जाते हैं, वैसे तो सर्वशक्तिमान भगवान हनुमान के जन्म को लेकर हिंदू धर्म के पुराणों में कई बातें और कथाएं हैं लेकिन हिंदू धर्म को मानने वाले ज्यादातर लोग छोटी दिवाली को यानी नर्क चतुर्दशी के दिन को भगवान जी का जन्मदिन मानते हैं।
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अलग-अलग भाषाओं में लिखी रामायण के कई अंको में भगवान राम के भक्त महावीर हनुमान जी का जन्म दीपावली के एक दिन पहले नरक चतुर्दशी बताया गया है। हनुमान जी को रूद्र के ग्याहरवें अवतार माना जाता है।
हनुमान जी के शरीर पर क्यों होता है लाल सिंदूर का लेप?
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान अपने भक्तों के ऊपर बहुत जल्द प्रसन्न होते है। इसलिए इस दिन पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। आज बहुत समय बाद छोटी दिवाली हनुमान जी के प्रिय दिन यानी मंगलवार पडी़ है इसलिए आज छोटी दिवाली का महत्व काफी बढ़ गया है।
छोटी दिवाली का महत्व काफी
कहा जाता है कि हनुमान जी को गुस्सा नहीं आता है इसलिए जो लोग बहुत ज्यादा गुस्सा करते हैं उन्हें हनुमान जी की उपासना करने को कहा जाता है। हुनमान जी को बजरंग-बली इसलिए कहते हैं क्योंकि इनका शरीर एक वज्र की तरह मजबूत है।
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कहा जाता है कि धरती पर केवल 7 लोगों को अमरतत्व मिला हुआ है जिसमें से पवनपुत्र हनुमान जी एक हैं। कुछ पुराणों में उल्लेख है कि भगवान हुनुमान जी आजीवन ब्रह्मचारी नहीं थे, उनकी पत्नी का नाम सुवरचला (Suvarchala) था जो कि सूर्य की पुत्री थी, क्योंकि सुवरचला ने योनी से जन्म नहीं लिया था इसलिए उनके स्वरूप का वर्णन कहीं नहीं मिलता।