श्री गुरु ग्रंथ साहिब मामला: हरपाल चीमा का आरोप, 2022 के चुनाव को देखकर इंसाफ का ढोंग कर रहे हैं कांग्रेसी
चंडीगढ़, मई 24। आम आदमी पार्टी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबियों के मामले में पंजाब की कांग्रेस को घेरा है। आप के वरिष्ठ नेता और विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह और उनके मंत्रियों दोहरी बेअदबी का आरोप लगाया है और सरकार से सत्ता छोड़ने तक की बात कही है।
2022 के चुनाव को देखकर शुरू किया नाटक: आम आदमी पार्टी
आप नेता हरपाल सिंह चीमा ने हाथ में श्री गुटका साहिब पकड़ कर बरगाड़ी समेंत अन्य स्थानों पर हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबियों के लिए दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की 'झूठी' कसम खाने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह और उनके मंत्रियों पर यह आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले साल (2022़) के चुनाव को नजदीक आते देख कैप्टन और उनके मंत्री जनता का ध्यान भटकाने में जुट गए हैं और आपस में उलझने का नाटक रच रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने शुरू से इस मुद्दे को उठाया
चीमा ने आरोप लगाया कि, '4 साल तक अपनी सरकार में रेत-बजरी, ट्रांसपोर्ट, नशा, भू-माफिया और शराब माफिया चला कर अब कांग्रेसी मंत्री और नेता सच्चे होने का नाटक कर रहे हैं। ये सिर्फ आम लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश है।' उन्होंने कहा कि शुरू से ही आम आदमी पार्टी श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वाले और उनको शय देनेवालों के खिलाफ आवाज उठाती आई है। लेकिन, अब सच्चे बन रहे कांग्रेसी मंत्रियों और नेताओं ने पहले कभी आम आदमी पार्टी का इस मुद्दे पर साथ नहीं दिया।
सरकार का सत्ता में रहने का कोई हक नहीं
उन्होंने मंत्री सुखी रंधावा और चरनजीत सिंह चन्नी का उदाहरण देते हुए कहा कि यही मंत्री बरगाड़ी मोर्चे में जा कर इंसाफ का वादा करके आए थे, लेकिन चण्डीगढ़ वापस लौटने पर कैप्टन के मंत्रालय का आनंद लेने में मशगूल हो गए और अपने सभी सभी वादों को भूल गए। चीमा ने कहा कि अब मंत्रियों का ही अपनी कैबिनेट पर विश्वास नहीं रहा तो ऐसे में किसी भी सरकार का सत्ता में रहने का कोई हक नहीं रह जाता।
नवजोत सिंह सिद्धू को तुरंत देना चाहिए इस्तीफा
कांग्रेस के विधायकों की ओर से सीएम कैप्टन पर उठाए जा रहे सवालों का हवाला देत हुए चीमा ने कहा कि राज्य की जनता अब खोखले ब्यानबाजिय़ों से तंग आ चुकी है। उन्होंने यहां तक कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू और प्रगट सिंह को तुरंत इस माफिया और श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने के दोषियों को बचाने वाली सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए।