ओडिशा सरकार ने कटक और भुवनेश्वर में ICU बेड की निगरानी के लिए बनाई 4 टीमें
भुवनेश्वर, मई 15: ओडिशा सरकार ने राज्य में फैल रहे कोरोना वायरस को लेकर अहम फैसला लिया है। राज्य कोरोना से प्रभावित जुड़वां शहर भुवनेश्वर और कटक में आईसीयू बेड के वेरिफिकेशन के लिए राज्य सरकार ने शनिवार को चार विशेष टीमों का गठन किया है। बता दें कि हाल के दिनों इन दोनों शहरों में कोरोना मामलों में काफी भारी वृद्धि देखने को मिली है। जिसे लेकर सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है।
एससीबी मेडिकल कॉलेज ने शनिवार को भुवनेश्वर के लिए 3 टीमों का गठन किया, जिनमें से प्रत्येक में दो डॉक्टर शामिल हैं। दो सदस्यों वाली एक अन्य टीम कटक के कोविड अस्पतालों में निरीक्षण करने के लिए गठित की गई है। सूत्रों ने कहा कि टीमें हर रोज अस्पतालों का दौरा करेंगी और आईसीयू में भर्ती मरीजों के इलाज और स्वास्थ्य की स्थिति की जांच करेंगी। जिन रोगियों को गंभीर सहायता की आवश्यकता नहीं है, उन्हें अन्य वार्डों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा ताकि अन्य जरूरतमंद रोगियों को बिस्तर आवंटित किया जा सके।
सरकार का यह निर्णय कई रिपोर्टों के बाद आया है जिसमें दावा किया गया है कि रोगी विभिन्न अस्पतालों में अनावश्यक रूप से आईसीयू बेड पर कब्जा कर रहे हैं, जबकि कई लोग जिन्हें आईसीयू बेड की जरूर हैं उन्हें बेड नहीं मिल पा रहा है। ओडिशा सरकार के सूत्रों के अनुसार, राज्य में लगभग 21 प्रतिशत आईसीयू बेड खाली हैं, जिसका अर्थ है कि हाई एक्टिव केसलोड और हजारों नए मामलों की रिपोर्ट राज्य के बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे को प्रभावित कर सकती है।
हालांकि, सरकार का दावा है कि वह सभी परिस्थितियों का सामना करने और जनता के जीवन को महामारी से बचाने के लिए तैयार है। एनेस्थिसियोलॉजिस्ट अरुण कुमार साहू और मेडिसिन विशेषज्ञ प्रणय कुमार पात्रो को कटक में निरीक्षण अभ्यास के लिए नियुक्त किया गया है। इसी तरह भुवनेश्वर के लिए डॉक्टर कमलाकांत प्रधान, रवींद्र कुमार किस्कू, कमला कांता स्वैन, दीप्ति रंजन दरजी, अविजीत स्वैन और श्रीधर पांडा को 3 ग्रुप में बांटा गया है।
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