उत्तराखंड: कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी, अस्पताल लगातार बढ़ा रहे बच्चों के लिए बेड
देहरादून, 27 मई: कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है। इसी बीच कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही देश को तीसरी लहर का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित दून मेडिकल कॉलेज के तहत संचालित अस्पतालों में तैयारी शुरू कर दी गई है। साथ ही अस्तपाल प्रशासन तीसरे लहर से जुड़े संसाधन जुटा रहा है।
दरअसल वैज्ञानिकों ने कहा है कि तीसरे लहर में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। ऐसे में बच्चों के लिए ऑक्सीजन बेड 22 से बढ़ाकर 62 कर दिए गए हैं। इसके अलावा 14 साल तक के बच्चों के लिए 8 बेड के पीआईसीयू को बढ़ाकर 12 बेड का किया जा रहा है। दून मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि अगले दो महीनों में चाइल्ड वार्ड में बेड संख्या दो सौ तक पहुंचाने का टारगेट रखा गया है। इस अस्पताल में ना सिर्फ राजधानी बल्कि आसपास के क्षेत्रों और पहाड़ से लेकर अन्य राज्यों के मरीजों का भी दबाव रहता है।
डॉ. सयाना का कहना है कि अगली लहर के मद्देनजर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के अलावा अन्य डॉक्टरों और स्टाफ को ट्रेंड कर रहे हैं। सेकंड वेव के ही आंकड़े देखें तो उत्तराखंड में पिछले 24 दिनों में 9 साल तक के दो हजार से अधिक बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। इसमें 19 साल तक के एज ग्रुप को भी जोड़ दिया जाए, तो ये आंकड़ा 12 हजार के आसपास है। ऐसे में थर्ड वेव की आशंका को लेकर अस्पताल अलर्ट मोड पर हैं।
हरियाणा सरकार खरीदेगी कोरोना वैक्सीन की 1 करोड़ डोज, ब्लैक फंगस के भी 15 हजार इंजेक्शन लाए जाएंगे
वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. पंकज पांडेय का कहना है कि लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। ऐसा नहीं है कि थर्ड वेव में बच्चे ही चपेट में होंगे। थर्ड वेव के दौरान बच्चों पर इसलिए फोकस होगा क्योंकि तब तक 18 साल से ज्यादा के लोगों को संभवत: वैक्सीन मिल चुकी होगी।