दिल्ली में कोरोना की आफत के बीच बढ़ रहे डेंगू के मामले, आम आदमी पार्टी ने एमसीडी को ठहराया जिम्मेदार
दिल्ली में सामने आगे डेंगू के मामलों के लिए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।
नई दिल्ली, 27 मई। दिल्ली में कोरोना की आफत अभी खत्म नहीं हुई की डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। मई महीने में राजधानी में अब तक डेंगू के 25 मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में सामने आगे डेंगू के मामलों के लिए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा की भाजपा शासित एमसीडी को अबतक डेंगू की दवा का छिड़काव करवा देना चाहिए था, लेकिन अभी तक दवा खरीदी तक नहीं गई है, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में डेंगू के मामले सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट ने भी दिल्ली में बनी स्थिति का निरीक्षण किया है। दुर्गेश पाठक ने आगे कहा कि अधिकारियों से पता चला है कि एमसीडी डेंगू की दवा खरीदने के लिए वेंडर से कमीशन लेती है। पिछले साल एमसीडी ने डेंगू की दवा 3600 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदी थी, जबकि इसी दवा को भोपाल में भाजपा की म्युनिसिपल काउंसिल ने 2400 रुपए में खरीदा था। आम आदमी पार्टी ने नेता दुर्गेश पाठक ने एमसीडी पर कमीशन खोरी के लिए कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक दिल्ली में आप पार्टी है तब तक हम आपको इधर-उधर के रेट पर यह दवा नहीं खरीदने देंगे। उन्होंने एमसीडी से वाजिव रेट पर यह दवा खरीदने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बुधवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया। दुर्गेश पाठक ने कहा कि इस बार दिल्ली में मई के महीने में डेंगू के 25 मामले आए हैं। 2013 से लेकर आज तक डेंगू का एक भी मामला मई के महीने में नहीं आया था। आमतौर पर बारिश के मौसम के साथ ही डेंगू के मामले देखने को मिलते थे। इसका एक मुख्य कारण यह है कि जो डेंगू मच्छर होते हैं उनके लार्वा को मारने के लिए दिल्ली के डीबीसी कर्मचारी घर-घर जाकर फॉकिंग करते हैं, घर-घर जाकर चेकिंग करते हैं। और वह सुनिश्चित करते हैं कि हर घर में दवा डाल कर डेंगू मच्छर को खत्म कर दिया जाए। यह सारा काम भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी देखती है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें समय पर डेंगू की दवा का छिड़काव कर देना चाहिए था।
दुर्गेश पाठक ने कहा, यह जो मई के महीने में 25 मामले आए हैं, आपने देखा होगा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने इसका नरीक्षण किया है और कहा है कि यदि सही समय पर कार्रवाई नहीं की गई तो यह खतरनाक हो सकता है। हमने पता किया तो पता चला कि डेंगू के मच्छर के लार्वा की जो दवा है उसका छिड़काव तो तब होगा जब यह दवा खरीदी गई होगी हो। अभी तक यह दवा खरीदी ही नहीं गई है। आपको ध्यान होगा कि पिछले साल हमने कुछ दस्तावेज जारी किए थे और बताया था कि किस तरह से दिल्ली में डेंगू की दवा को 3600 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा गया। जबकि यही दवा भोपाल में भारतीय जनता पार्टी की म्युनिसिपल काउंसिल ने 2400 में खरीदा था। यह दस्तावेज मैंने पिछले साल पेश किए थे।
उन्होंने कहा कि पिछले 2 महीनों से कभी कमिश्नर साहब के पास फाइल जा रही है तो कभी मेयर साहब के पास फाइल जा रही है लेकिन दवा नहीं खरीदी गई। और दवा न खरीद कर भाजपा दिल्ली वालों की जिंदगी के साथ खेल रही है। मैंने पता किया, अंदर बहुत सारे अधिकारी हैं जिन्होंने हमें बताया कि 2 महीने से यही फाइनल नहीं हो पा रहा है कि दवा खरीदनी किससे है क्योंकि कमीशन सेट नहीं हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को इस दवा को खरीदने में कमीशन मिलता है और नए वेंडरों से खरीदने में इनका कमीशन सेट नहीं हो पा रहा है। इसलिए यह दवा अभी तक नहीं खरीदी गई है।
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दुर्गेश पाठक ने कहा, मैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से कहना चाहता हूं कि जब तक दिल्ली में आम आदमी पार्टी है आपको यह दवा इधर-उधर के रेट पर नहीं खरीदने देंगे। क्योंकि हमें पता है कि किस म्युनिसिपल काउंसिल ने कौन सी दवा कितने रुपए में खरीदी है। और जो सबसे सस्ता रेट है, भोपाल का, आपको उस रेट पर दवा खरीदनी होगी। यदि आप रेट बढ़ा-चढ़ाकर कमीशन खोरी करेंगे तो हम आपको छोड़ने वाले नहीं है। जब तक एमसीडी में हमारी सरकार नहीं है तब तक मीडिया और जनता के बीच यह मुद्दा उठाते रहेंगे। और एक बार सरकार बनने के बाद भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
भाजपा
को
चेतावनी
देते
हुए
आप
नेता
दुर्गेश
पाठक
ने
कहा,
मैं
भारतीय
जनता
पार्टी
से
कहना
चाहता
हूं
कि
डेंगू
लगभग
खत्म
हो
चुका
है
लेकिन
आज
मई
के
महीने
में
लगभग
25
मामले
देखने
को
मिले
हैं।
इसका
मतलब
है
कि
यह
खतरनाक
रूप
ले
सकता
है।
आपको
इसकी
जिम्मेदारी
उठानी
होगी।
आपका
काम
है
कि
इसकी
दवा
खरीदें,
आपका
काम
है
कि
इसका
छिड़काव
करें।
यह
आपकी
जिम्मेदारी
है
इसलिए
मैं
भारतीय
जनता
पार्टी
के
नेताओं
से
आवाहन
करता
हूं
और
यह
कहना
चाहता
हूं
कि
पिछले
2
महीनों
से
आप
जो
फाइलें
इधर
से
उधर
कर
रहे
हैं,
वंडर्स
के
साथ
कमीशन
सेट
कर
रहे
हैं,
यह
कमीशन
खोरी
बंद
करिए।
और
जो
रेट
हैं
ईमानदारी
से
उस
रेट
के
आधार
पर
तुरंत
के
तुरंत
दवा
खरीदिए
और
डीबीसी
कर्मचारियों
को
दीजिए
जिससे
वह
चेकिंग
और
फॉगिंग
में
दवा
का
इस्तेमाल
कर
सकें।
अगर
आप
ऐसा
नहीं
करते
हैं
तो
आम
आदमी
पार्टी
आपके
ऊपर
नजर
बनाए
हुए
है,
हम
इस
मुद्दे
को
जनता
के
बीच
में
उठाते
रहेगें
और
जनता
को
जागरूक
करेंगे