उत्तराखंडः हल्द्वानी में बनेगा 500 बेड का एक और कोविड अस्पताल
देहरादून। सुशीला तिवारी अस्पताल में सभी 425 बेड कोविड मरीजों से फुल हो चुके हैं। प्राइवेट अस्पतालों में भी बेड की उपलब्धता नहीं है। एक सप्ताह से प्रशासन के एक आलाधिकारी और डीआरडीओ के बीच पांच सौ बेड के कोविड अस्पताल को लेकर बात चल रही थी। कोविड के लगातार बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए हल्द्वानी में पांच सौ बेड का एक और कोविड अस्पताल बनाने की योजना है। यह अस्पताल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से बनेगा।
डीआरडीओ की टीम गुरुवार को सुशीला तिवारी अस्पताल और स्वामी राम कैंसर इंस्टीट्यूट का निरीक्षण करेगी।इस कोविड अस्पताल में सभी बेड ऑक्सीजन प्वाइंट से लैस होंगे। फैब्रीकेटेड अस्पताल के निर्माण पर लगभग दस से पंद्रह करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। गुरुवार को अस्पताल के लिए जमीन का चयन हो जाएगा।
इसके
बाद
अन्य
औपचारिकताएं
पूरी
की
जाएंगी।
प्रशासन
के
एक
वरिष्ठ
अधिकारी
ने
नाम
न
छापने
की
शर्त
पर
बताया
कि
प्रयास
किया
जाएगा
कि
औपचारिकता
जल्द
पूरी
हों
और
निर्माण
का
काम
जल्द
से
जल्द
शुरू
किया
जाए।
विधायक
निधि
से
लगेंगे
कोविड
केयर
सेंटर
में
आईसीयू
देहरादून
में
रायपुर
स्थित
कोविड
केयर
सेंटर
में
जल्द
ही
40
से
50
आईसीयू
लगाए
जाएंगे।
विधायक
उमेश
शर्मा
ने
जिलाधिकारी
को
पत्र
लिखकर
आईसीयू
के
लिए
विधायक
निधि
से
एक
करोड़
रुपये
देने
पर
सहमति
जताई
है।
स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में सरकार ने कम गंभीर कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर बनाया है। यहां ऑक्सीजन बेड भी उपलब्ध करा दिए गए हैं, लेकिन अभी तक आईसीयू उपलब्ध नहीं हैं। इसके कारण दून समेत अन्य अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है।
इसको देखते हुए रायपुर विधायक ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा और आईसीयू लगाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर जरूरतमंद को बेड उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रायपुर को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। उन्होंने डीएम से अन्य व्यय के लिए कार्यदायी संस्था को सहयोग देने की भी अपील की है।