छत्तीसगढ़ः जल्द पहुंचेगी साढ़े चार लाख वैक्सीन, सरकार ने दिए 109 करोड़
रायपुर। छत्तीसगढ़ में टीका की कमी के बीच राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को टीका खरीदने के लिए 109 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिहंदेव ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा कि अब तक वैक्सीन के लिए 16 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। हमें राज्य सरकार से 109 करोड़ का आवंटन मिला है। 50 लाख कोविशिल्ड और 75 लाख कोवैक्सीन आर्डर किया गया है।
18 साल से ऊपर आयु के लोगों के लिए अब तक डेढ़ लाख कोवैक्सीन और साढ़े तीन लाख कोविशील्ड आई है। अगले एक-दो दिन में लगभग साढ़े चार लाख वैक्सीन आने वाली है। वैक्सीन के पहुंचने के बाद टीकाकरण की प्रक्रिया को फिर से शुरू कर दिया जाएगा। सिहंदेव ने कहा कि बिना वैक्सीन के टीकाकरण संभव नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन लगवाने के लिए अब तक आनलाइन आवेदन करने वालों का अध्ययन किया है।
इसमें कहीं बीपीएल टीके की जरूरत है, कहीं एपीएल टीके लगवाने वालों ने आवदेन किया है। ऐसे में जिलों को एक फार्मेट में टीका भेजने से जहां जरूरत नहीं, वहां टीका डंप हो जाएगा। इसको देखते हुए जिला और ब्लाक स्तर पर डाटा तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सचिवालय को उसे भेज दिया गया है। जिलों में जरूरत के आधार पर टीका भेजने की तैयारी चल रही है।
टीकाकरण पर फिर लिया केंद्र को निशाने पर
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि केंद्र सरकार को वैक्सीन खरीदनी चाहिए। वितरण की जवाबदारी राज्य को देनी चाहिए। इस पर सिंहदेव ने कहा कि यही होना चाहिए। राहुल गांधी का कहना एकदम सही है। केंद्र सरकार ने 35 हजार करोड़ का आवंटन टीका के लिए किया था, लेकिन अब राज्यों पर छोड़ा जा रहा है।
हर सरकार की अपनी प्राथमिकता होती है। हमारी प्राथमिकता कोविड-19 का इलाज है, इसलिए हमने नया रायपुर में सभी निर्माण कार्य को रोक दिया है। निर्माण कार्य तो फिर हो जाएंगे, लेकिन अभी पहली प्राथमिकता उस पैसे की कोविड-19 से लड़ने में होनी चाहिए।
-महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून में हो रहे कामकाज के बीच एक नया संकट खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल पा रही है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने का आग्रह किया है।
ब्लैक फंगस को लेकर जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी है। जैसे ही कोई लक्षण नजर आए डाक्टर को तत्काल दिखाइए। औषधि की कोई कमी नहीं होगी