दिल्ली में ब्लैक फंगस के 500 मरीज, केजरीवाल बोले-मरीजों के लिए इंजेक्शन नहीं कैसे करें इलाज
नई दिल्ली, मई 24: दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले भले ही कम हो रहे हो, लेकिन ब्लैंक फंगस के मामले में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दवा की कमी होने की बात कही है। अरविंद केजरीवाल ने कहा है दिल्ली में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन नहीं है तो आखिर इलाज कैसे करें। दिल्ली में ब्लैक फंगस के मरीज बढ़कर 500 हो गए हैं। ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की भी देश में दिल्ली में भारी कमी है।
इंजेक्शन की कमी पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा ब्लैक फंगस के इलाज के लिए सेंटर बना लिए गए हैं। एलएनजेपी, जीटीबी और राजीव गांधी अस्पताल में सेंटर बना लिए गए हैं, लेकिन दवा नही है। कल भी दिल्ली को ब्लैक फंगस के इलाज के लिए दवाई नही मिली। उन्होंने कहा कि बिना दवाई के ब्लैक फंगस मरीजों का इलाज कैसे करें। एक दिन में 4 से 5 इंजेक्शन दिए जाते हैं, जब तक इंजेक्शन नहीं मिलेंगे, तो इलाज कैसे करेंगे?
केजरीवाल ने कहा कि, अचानक ये बीमारी आई है। केंद्र सरकार अलग-अलग राज्यों को इंजेक्शन देती है लेकिन दवाई की मार्केट में बहुत कमी है। दवाई के प्रोडक्शन को बढ़ाने की ज़रूरत है। एक मरीज को 4 से 5 इंजेक्शन की जरूरत रोजाना होती है। दिल्ली में करीब 500 ब्लैक फंगस के मरीज हैं और रोजाना 2000 इंजेक्शन की ज़रूरत है, लेकिन दिल्ली सरकार को रोजाना 400 से 500 इंजेक्शन ही केंद्र सरकार से मिल रहे हैं।
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वहीं सीएम केजरीवाल ने वैक्सीन को लेकर कहा कि हमारी मॉडर्ना और फाइजर से बात हुई, वो कहते हैं कि हम आपको वैक्सीन नहीं देंगे, हम केंद्र सरकार से बात करेंगे। हम पहले ही काफी समय गंवा चुके हैं, मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि केंद्र सरकार इनसे बात करके वैक्सीन आयात करे और राज्यों में बांटे। उधर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने राजधानी में वैक्सीन की कमी के लिए उन्होंने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।