हरियाणा: PGIMS रोहतक में कोरोना मरीजों के लिए जोड़े गए 650 बेड, अब हजार लोग हो सकेंगे भर्ती
रोहतक। हरियाणा के प्रमुख चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमएस-रोहतक में कोरोना मरीजों की खातिर कई सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। महामारी के संकट को देखते हुए यहां अतिरिक्त 650 बेड की व्यवस्था की जा रही है। 350 बेड की व्यवस्था यहां कोरोना मरीजों के लिए पहले से थी। इस तरह बेड की संख्या अब 1 हजार तक पहुंच जाएगी। यह कवायद पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रोहतक दौरे के बाद शुरू की गई। मुख्यमंत्री ने पीजीआईएमएस रोहतक में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक की थी। पीजीआईएमएस में उन्होंने कोरोना मरीजों के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा भी लिया।
मुख्यमंत्री ने पीजीआईएमएस में उपचाराधीन मरीजों की सुविधाओं के बारे में भी हेल्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति से रिपोर्ट ली। यहां मुख्यमंत्री ने कहा कि, हरियाणा राज्य के लिए 162 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित है हमने इस कोटे को बढ़ाकर 200 मीट्रिक टन तक कराया है। इसके अतिरिक्त 240 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए केंद्र सरकार को आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि 5 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन उद्योगपति नवीन जिंदल ने भेजने की बात कही है और उन्होंने कहा है कि हम प्रदेश की जनता के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में 1250 बेड की व्यवस्था और की जा रही है तथा 500-500 बेड की व्यवस्था करने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। आने वाले तीन-चार दिनों में वहां ढांचा खड़ा हो जाएगा और जल्द ही यह सभी बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश स्तर पर निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं ताकि निजी अस्पताल उनकी क्षमता से अधिक मरीज भर्ती ना कर सकें और लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बनी रहे।
मुख्यमंत्री फरीदाबाद भी पहुँचे, जहां मेडिकल कॉलेज में उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्था की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए फरीदाबाद के छायंसा गांव में वर्षों से बंद पड़े गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज को हरियाणा सरकार ने टेकओवर कर लिया है। 24 घंटे के अंदर यहां 100 ऑक्सीजन बेड का अस्पताल तैयार करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे कोरोना के मरीज बढ़े हैं तो अस्पतालों पर दवाब भी बढ़ा है। ऑक्सीजन को लेकर भी कुछ कठिनाई आ रही थी और इसमें हमने समस्या का हल निकाला है। लिक्विड ऑक्सीजन की बजाए रेसियस फोर्म में हमें ऑक्सीजन मिल जाएगी।
कोरोना
के
कहर
के
बीच
कुदरत
का
करिश्मा,
सांस
की
तकलीफ
से
जूझती
महिला
को
हुए
4
बच्चे
उन्होंने
कहा
कि
छायंसा
मेडिकल
कॉलेज
में
बनने
वाले
अस्पताल
में
डॉक्टरों
का
स्टाफ
आर्मी
का
आएगा।
उन्होंने
कहा
कि
अगले
दो
से
तीन
दिन
में
हम
इस
अस्पताल
को
शुरू
कर
देंगे।
एक
सवाल
के
जवाब
में
मुख्यमंत्री
श्री
मनोहर
लाल
ने
कहा
कि
प्रदेश
में
दवाओं
की
कोई
कमी
नहीं
है।
रेमडेसीवीयर
इंजेक्शन
की
सरकारी
अस्पतालों
में
कोई
कमी
नहीं
है
।
प्राईवेट
अस्पतालों
में
कुछ
दिक्कत
आई
है।
इसके
लिए
प्राईवेट
अस्पतालों
के
लिए
भी
डीलर्स
की
देखरेख
सरकार
ने
शुरू
कर
दी
है।