क्या 2024 में वाराणसी में होगा 'मोदी बनाम ममता' संग्राम, TMC का इशारा समझिए
कोलकाता: नंदीग्राम के संग्राम के दौरान गुरुवार को पश्चिम बंगाल के जॉयनगर की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दूसरी सीट से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल पूछकर टीएमसी को आपे से कर दिया है। पार्टी में नए-नए भर्ती हुए पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा से लेकर उसके पुराने नेताओं ने भी उनपर पलटवार करने में देरी नहीं की। सबने यही बताने की कोशिश की कि पीएम मोदी जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी गुस्से में बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वाराणसी से चुनाव लड़ने पर फिर से विचार करने की चुनौती भी दे डाली। टीएमसी की इस ट्वीट को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। चर्चा हो रही है कि टीएमसी ने उन्हें इतना बड़ा चैलेंज गुस्से में आकर दे दिया है या वाकई पार्टी इसको लेकर कोई बड़ा मंसूबा पाल रही है?
2024 में वाराणसी में मोदी बनाम ममता ?
गुरुवार की रैली में पीएम मोदी के तंज पर तिलमिलाई तृणमूल ने देर शाम ऐसा ट्वीट किया, जिसको लेकर पूरे देश की राजनीति में चर्चे शुरू हो गए हैं। टीएमसी ने ट्विटर पर लिखा, 'दीदी नंदीग्राम में जीत रही हैं। उनके दूसरी सीट से चुनाव लड़ने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। नरेंद्र मोदी जी पश्चिम बंगाल में नामांकन समाप्त होने पर लोग आपकी झूठ को देखें उससे पहले आप लोगों को गुमराह करना बंद कर दीजिए। 2024 के लिए कोई सुरक्षित सीट खोज लीजिए, आपको वाराणसी में चुनौती मिलेगी।' अब कयास लग रहे हैं कि क्या अगले लोकसभा चुनाव में ममता वाराणसी में खुद प्रधानमंत्री को चुनौती देने की तैयारी कर रही हैं या उन्होंने इसके लिए किसी और को ढूंढ़ लिया है? क्योंकि, थोड़ी देर बाद ही टीएमसी के प्रवक्ता तापस रॉय ने कहा, '2024 के चुनाव का काउंटडाउन पहले ही शुरू हो चुका है और मोदी को वाराणसी में कड़ी चुनौती मिलेगी। जहां तक सवाल है कि क्या वाराणसी में बनर्जी उन्हें चुनौती देंगी तो यह फैसला पार्टी और पार्टी चीफ बाद में करेंगी।'
पीएम मोदी के तंज पर तमतमाई टीएमसी
दरअसल, ममता जिस तरह से नंदीग्राम में अपनी सीट बचाने के लिए पिछले कई दिनों से कैंप कर रही थीं, चुनाव के दिन सुबह से केंद्र सरकार से लेकर चुनाव आयोग तक पर आरोप पर आरोप लगा रही थीं और आखिरकार एक बूथ पर जाकर घंटों बैठ गईं, उससे वहां उनकी चुनावी स्थिति को लेकर कई तरह की बातें कही जाने लगीं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने भी जॉयनगर रैली में उनपर चुटकी ले ली। पीएम मोदी ने उनसे सवाल किया, 'दीदी, क्या इन अफवाहों में कोई सच्चाई है कि आप किसी दूसरी सीट से भी नामांकन करने जा रही है? पहले आप नंदीग्राम गईं और लोगो ने आपको जवाब दे दिया। अगर आप दूसरी जगह भी जाएंगी, बंगाल की जनता आपको सही जवाब देने के लिए तैयार है।' वैसे टीएमसी लगातार दावे कर रही है कि ममता नंदीग्राम से जीत रही हैं और वह पीएम मोदी पर प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगा रही है। पीएम ने यह टिप्पणी इसलिए भी की क्योंकि बनर्जी इसबार अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर छोड़ चुकी हैं।
ममता ने मोदी-विरोधी विपक्षी नेताओं को लिखी है चिट्ठी
वैसे हाल ही में टीएमसी चीफ ने जिस तरह से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत 13-14 सियासी दल के नेताओं को चिट्ठी लिखकर केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ फिर से एक गोलबंदी की पहल की है, उससे इस बात की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि बंगाल में सत्ता में वापसी की स्थिति में वह खुद को मोदी-विरोधी विपक्ष के सर्वमान्य चेहरे के तौर पर उभरने का मौका देखने लगी हैं! क्योंकि, कांग्रेस तो करीब दो साल से अपना ही नेतृत्व नहीं कर पाई है तो वह बाकी विपक्षी दलों को कितना मजबूत नेतृत्व दे पाएगी यह अपने आप में बड़ा सवाल है। हालांकि, भाजपा ममता की चिट्ठी को उनकी हार का कबूलनामा मान रही है। यही नहीं तृणमूल के इतने बड़े मंसूबे पर भाजपा ने चुटकी लेने में भी देर नहीं की है। पार्टी नेता प्रकाश मजूमदार ने बनर्जी की पार्टी से कहा है कि पहले विधानसभा चुनाव तो ठीक से लड़ ले, फिर 2024 के चुनाव के बारे में सोचना शुरू करे। उन्होंने कहा है- 'टीएमसी पूरी तरह से कंफ्यूज्ड और दिशाविहीन पार्टी हो चुकी है। वह खुद को हंसी का पात्र क्यों बना रही है।'
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ममता पर यूपी-बिहार के लोगों को गुंडा कहने का आरोप
सवाल ये भी है कि बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी जब लगातार यूपी-बिहार के लोगों को कोसे जा रही हैं तो फिर वाराणसी में मोदी को टक्कर देना उनके लिए कितना आसान होगा, यह विश्लेषण का एक अलग विषय है। उन्होंने हाल ही में नंदीग्राम में एक बार फिर आरोप लगाया था कि उनपर जो कथित हमला हुआ (जिसका आजतक वह कोई सबूत नहीं दे पाईं और ऐसा आरोप वह बाद में लगाने लगीं। चुनाव आयोग और बंगाल सरकार भी इन दावों को खारिज कर चुके हैं ), वह नंदीग्राम के किसी व्यक्ति ने नहीं किया बल्कि आप यूपी, बिहार से गुंडे लेकर आए। अगर वो (बीजेपी वर्कर) आते हैं तो महिलाओं को उन्हें बर्तनों से पीटना चाहिए। मेदिनीपुर की रैली में वह कह चुकी हैं कि बीजेपी यूपी से गुंडे ला रही है। खास बात ये है कि इस मामले में उनके खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा भी दर्ज हो चुका है।
केजरीवाल ने भी किया था मोदी को हराने का दावा
वैसे 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बनारस में नरेंद्र मोदी को टक्कर देने से पहले बहुत बड़े-बड़े दावे कर किए थे। लेकिन, जब वोटों की गिनती हुई तो वह 3 लाख 70 हजार से भी ज्यादा वोटों से हार गए। जबकि, वोटिंग से पहले काशी में मुसलमानों की एक सभा उन्होंने कहा था,'मैं किसी अखबार में पढ़ रहा था कि यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक लड़ाई होगी (वाराणसी में) और मोदी ही जीतेंगे।..........मैं उनसे (मोदी से ) कहना चाहता हूं कि मैं सिर्फ लड़ने के लिए (वाराणसी) नहीं जा रहा हूं, बल्कि मैं उन्हें हराने जा रहा हूं।'
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