'बंगाल चुनाव में भाजपा नेताओं ने ही अमित शाह को फर्जी खबरें देकर भ्रम में रखा'
पश्चिम बंगाल में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के सामने अब नई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
कोलकाता, 18 जून: पश्चिम बंगाल में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के सामने अब नई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कई नेताओं के फिर से तृणमूल कांग्रेस में वापसी की चर्चाएं हैं। हाल ही में भाजपा को उस वक्त तगड़ा झटका लगा, जब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल राय फिर से टीएमसी में चल गए। वहीं, विधानसभा चुनाव में हार के लिए भाजपा नेतृत्व पर भी सवाल उठ रहे हैं। कोलकाता सीट के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी ने भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा है कि चुनाव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह को फर्जी जानकारी देकर भ्रम में रखा गया था।
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इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, सोवन चर्टजी ने कहा, 'विधानसभा चुनाव में भाजपा इसलिए हारी, क्योंकि प्रदेश के जिम्मेदार नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को फर्जी सूचनाएं दी और भ्रम में रखा। यहां तक कि गृह मंत्री अमित शाह को भी जमीनी हकीकत से दूर रखा गया और गलत जानकारियां दी गईं। भाजपा के पास सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए एक सिस्टम है। जब कोई चुनाव लड़ा जाता है तो जमीनी सच्चाई को समझना बहुत जरूरी है। बूथ लेवल के कार्यकर्ता असली मुद्दों को समझते हैं। और, यही काम भाजपा में नहीं हुआ। जहां-जहां यह काम हुआ, वहां पार्टी के प्रत्याशी जीते।'
2019 में TMC छोड़कर BJP में गए थे सोवन चटर्जी
सोवन चटर्जी ने आगे कहा, 'भाजपा के जो भी नेता चुनाव प्रबंधन के लिए पश्चिम बंगाल आए, उनके बीच तालमेल का अभाव रहा और उन्होंने हर किसी के साथ केवल वर्चुअल मीटिंग ही की।' आपको बता दें कि सोवन चटर्जी अगस्त 2019 में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उनकी गिनती पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी नेताओं में की जाती थी। हालांकि अपनी सीट बदलने से नाराज सोवन चटर्जी ने, इसी साल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अपनी करीबी बैशाखी बनर्जी के साथ भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया।
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