धरने पर बैठे बीजेपी के 300 कार्यकर्ता TMC में हुए शामिल, गंगाजल से किया गया 'शुद्धिकरण'
कोलकाता, जून 19: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के बाद स्थिति एकदम पटल गई है। जहां चुनावों से पहले टीएमसी से बीजेपी जाने वालों की लाइन लगी थी, अब इसके उलट बीजेपी से टीएमसी में आने के लिए भगदड़ मची हुई है। तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद बीजेपी के खेमे में खलबली मची हुई है। बंगाल के बीरभूम जिले एक साथ 300 भाजपा कार्यकर्ता शुक्रवार को टीएमसी में वापस लौटे। मुकुल रॉय की घर वापसी के बाद टीएमसी में कई बड़े नाम शामिल होने की लाइन में लगे हुए हैं।
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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस कार्यालय के सामने कम से कम 300 भाजपा समर्थक भूख हड़ताल पर बैठे थे। उनकी मांग थी कि उन्हें टीएमसी में वापस लिया जाए। आखिरकार उनके ऊपर गंगाजल छिड़ककर उन्हें वापस बुलाया गया। टीएमसी नेताओं ने कहा कि गंगाजल छिड़कने के पीछे वजह उनके दूषित हो चुके दिमाग को साफ करना था।
प्रदर्शनकारी अशोक मंडल ने बताया, 'हम टीएमसी में वापस आना चाहते हैं। बीजेपी जॉइन करके हमने अपने गांवों में विकास कार्य रोक दिए थे। बीजेपी की ओर से लगातार विरोध प्रदर्शन के चलते फायदे से ज्यादा नुकसान हुआ है। हम अपनी मर्जी से वापस आना चाहते हैं। हम वापस लिए जाने तक हड़ताल पर बैठे रहेंगे। बीजेपी कार्यकर्ताओं का यह भूख हड़ताल सुबह 8 बजे शुरू हुआ और यह तीन घंटे तक 11 बजे तक चला।
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इन तीन सौ कार्यकर्ताओं को टीएमसी का झंडा सौंपने वाले बानाग्राम के तृणमूल पंचायत प्रधान तुषार कांति मंडल ने कहा कि ये लोग पिछले कुछ दिनों से हमारी पार्टी में शामिल होने का अनुरोध कर रहे थे। आज वे पार्टी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए और वापस लेने की अपील की। मैंने अपने नेताओं से बात की और उन्हें फिर से अपनी पार्टी में शामिल कराया। गंगाजल के छिड़काव पर मंडल ने कहा कि भाजपा एक सांप्रदायिक पार्टी है। उसने अपने जहरीले विचारों को इनके दिमाग में डाला है और उनकी मानसिक शांति को खराब कर दिया है। इसलिए उन पर सभी प्रकार की बुराइयों से छुटकारा पाने के लिए शांति जल छिड़का गया।