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उत्तराखंड के ये अफसर, जिन्होंने आपदा में संभाला मोर्चा, पहाड़ी प्रदेश के दूसरे अधिकारियों के लिए पेश की मिसाल

दून और पौड़ी की प्रशासन की टीमों ने आपदा में संभाला मोर्चा

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देहरादून, 22 अगस्त। शनिवार को देहरादून और पौड़ी जिले में भारी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। जिसमें कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ। जिन इलाकों में अतिवृष्टि हुई वहां संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। कई मकान जमींदोज हो गए। लोगों के लिए ये आपदा काल बनकर आई है। लेकिन इस आपदा के समय प्रशासन की टीम और नौकरशाही जिस तरह आपदाग्रस्त इलाकों में मौके पर डटी है। उसकी हर कोई सोशल मीडिया में जमकर तारीफ कर रहा है। ऐसे अधिकारी दूसरे अधिकारियों के लिए मिसाल बन गए हैं। देहरादून जिले की डीएम सोनिका, एसएसपी दलीप सिंह कुंवर की टीम और पौड़ी जिले के डॉ विजय कुमार जोगदंडे व एसएसपी यशवंत सिंह चौहान की टीम का नेतृत्व इस आपदा के समय में लोगों को काफी हद तक अपने बीच पाकर राहत महसूस कराने में कामयाब रहा।

हर मोर्चे पर अपनी टीम के साथ मौके पर डटी रहीं डीएम सोनिका

हर मोर्चे पर अपनी टीम के साथ मौके पर डटी रहीं डीएम सोनिका

देहरादून जिले की डीएम सोनिका ने जब से दून में कार्यभार संभाला है, उनकी कार्यशैली और जनता के बीच संवाद की हर तरफ तारीफ हो रही है। शनिवार को दून में आई आपदा में भी वे हर मोर्चे पर अपनी टीम के साथ मौके पर डटी रहीं । दून में भीषण आपदा की सूचना डीएम सोनिका को जैसे मिली वे सुबह 6 बजे से ही मौके पर मौजूद रहकर राहत बचाव कार्यों में जुटी रहीं। डीएम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों का हाल-चाल जाना और राहत बचाव कार्य में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक.दिशा निर्देश दिए। सरखेत से तीन घायलों को एयरलिफ्ट करवाकर अस्पताल में उपचार के लिए भी भर्ती करवाया। इस बीच रास्ते में नीचे उतरते समय डीएम को हाथ में हल्की चोट आई। रात्रि में अतिवृष्टि के चलते डीएम ने 2 बजे रात्रि को आईआरएस एक्टिव किया। जिलाप्रशासन एवं संबंधित अधिकारियों ने अपने दायित्च का निर्वहन करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने का कार्य किया। इससे पूर्व रात में भारी बारिश के चलते डीएम ने सुबह 6 बजे से ही आपदा परिचालन केन्द्र पर मौजूद रहकर जानकारी प्राप्त की और नुकसान की सूचना मिलने पर तत्काल प्रभावित क्षेत्र को रवाना हो गई। मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान आपदा कंट्रोल रूम पर मौजूद रहकर डीएम के निर्देश के क्रम में प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य रसद सामग्री के साथ ही उपकरण आदि भेजने के कार्यों की मॉनिटरिंग के साथ ही जनपद में हुए नुकसान की सूचना प्राप्त करते हुए तत्काल सहायता भिजवाई गई। डीएम ने जिला प्रशासन के अधिकारियो के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्र सरखेत में मौके पर पंहुचकर राहत बचाव कार्यों की मॉनिटिरिंग के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए । इस दौरान एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केके मिश्रा, एसपी सिटी सरिता डोभाल, एसपी रूरल कमलेश उपाध्याय, नगर मजिस्टेट कुसुम चौहान मौके पर मोर्चा संभालने वाली टीम में मौजूद रहे।

बारिश में भी अपनी टीम का हौंसला बढ़ाने हर जगह पहुंचे एसएसपी

बारिश में भी अपनी टीम का हौंसला बढ़ाने हर जगह पहुंचे एसएसपी

दून जिले में आई आपदा के दौरान दून पुलिस ने भी प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर राहत और बचाव कार्य में जुटे रहे। जिसका नेतृत्व कर रहे एसएसपी दून दलीप सिंह कुंवर ने बारिश में भी अपनी टीमों का हौंसला बढ़ाया। मौके पर पहुंचकर एसएसपी ने प्रशासन के साथ मिलकर पूरी टीम को लीड किया। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जहां राहत और बचाव कार्य चलाया गया तो नदी किनारे और नालों के किनारे रह रहे लोगों की परवाह करने के लिए पुलिस की टीमों को तैनात किया गया। जहां से उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के साथ एसपी सिटी सरिता डोभाल, एसपी रूरल कमलेश उपाध्याय और संबंधित थानों की टीम ने मोर्चा सभाले रखा।

7 किमी पैदल दूर आपदाग्रस्त गांव पहुंचे डीएम, एसएसपी

7 किमी पैदल दूर आपदाग्रस्त गांव पहुंचे डीएम, एसएसपी

पहाड़ी जिलों में आपदा के समय पीड़ितों के पास पहुंचना सबसे मुश्किल होता है। पहाड़ी रास्तों के टूटने से पैदल पहुंचना आसान नहीं होता लेकिन पौड़ी की जिले प्रशासन की टीम ने आपदा के दौरान पीड़ितों के बीच पहुंचकर दूसरे पहाड़ी जिलों के अधिकारियों के लिए मिसाल पेश की है। पौड़ी की प्रशासन की टीम 7 किमी पैदल दूर आपदाग्रस्त गांव ढौरपाली पहुंचे। जहां डीएम ने अतिवृष्टि से हुई क्षति का जायजा लिया। शुक्रवार देर रात यमकेश्वर विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर अतिवृष्टि के चलते जान माल का नुकसान का जायजा लेने डीएम डॉ विजय कुमार जोगदंडे व एसएसपी यशवंत सिंह चौहान पहुंचे। उन्होंने मराल तल्ली, बिनक व ढौरपाली गांव में आपदा से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने मृतक महिला के परिजनों से मुलाकात कर धैर्य रखने को कहा। उन्होंने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि तत्काल प्रभावित परिवार को आपदा मोचन निधि से सहायता राशि मुहैया कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि गांव में विद्युत, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करें। वहीं प्रभावितों परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा हर तरह की सहायता दी जा रही है। डीएम, एसएसपी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र बैरागढ़ ग्राम सिंदुडी व मराल गांव पहुंचे। आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को गदेरे का बहाव गांव के दूसरे तरफ करने के लिए आज ही युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए ड्रेन,खाई खुदवाने के निर्देश दिए हैं।

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English summary
These officers of Uttarakhand, who handled the disaster, are setting an example for other officers of the hill state
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