char dham yatra : इस साल टूटे कई रिकॉर्ड, दर्शनार्थियों की संख्या ही नहीं, मौत के आंकड़े भी चौंकाने वाले
केदारनाथ में इस वर्ष अब तक सबसे अधिक 130 यात्रियों की मौत
उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में एक तरफ जहां श्रद्धालुओं ने दर्शन कर रिकॉर्ड बनाए वहीं इस यात्रा सीजन में पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा मौत हुई है। केदारनाथ धाम में इस वर्ष के यात्रा सीजन में अब तक सबसे अधिक 130 यात्रियों की मौत हुई है। इससे पूर्व वर्ष 2012 में 72 तीर्थयात्रियों की सबसे अधिक मौत केदारनाथ धाम व पैदल मार्ग पर हुई थी, लेकिन इस वर्ष पुराने सभी रिकार्ड टूट चुके हैं। इसके साथ ही घोड़े खच्चरों की मौत भी प्रशासन और सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित रही है।
चारधाम यात्रा इस बार 3 मई से प्रारम्भ हुई
चारधाम यात्रा इस बार 3 मई से प्रारम्भ हुई। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 3 मई को खोले गए। जबकि केदारनाथ के 6 मई और बद्रीनाथ के 8 मई को खोले गए थे। अब कपाट बंद होने की तारीखों का ऐलान हो चुका है। गंगोत्री के कपाट 26 अक्टूबर, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट 27 अक्टूबर, बद्रीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे इस तरह यात्रा अब कुछ ही दिन शेष है।
यात्रा ने इस बार कई रिकॉर्ड तोड़े
इस बार की यात्रा कोविडकाल के बाद रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने से खास रही है। यात्रा ने इस बार कई रिकॉर्ड तोड़े, उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा ने इस बार नया रिकॉर्ड बना लिया है। चारधाम यात्रा में अब तक पहुंचे श्रद्धालुओं का आंकड़ा 40 लाख को पार कर चुका है। जो कि एक नया रिकॉर्ड है। कोरोनाकाल से पहले वर्ष 2019 में 34.5 लाख श्रद्धालु केदारनाथ, बदरीनाथ,गंगोत्री,यमुनोत्री सहित हेमकुंड साहिब चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे थे। जिससे तीन साल का रिकॉर्ड टूटा है।
14 लाख 38 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर लिए
इससे पहले 2019 में चारों धाम में 3477957 श्रद्धालु, 2020 में 330039 और 2021 में 529382 श्रद्धालुओं ने यात्रा की थी। केदारनाथ धाम में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, अभी 15 दिन की यात्रा बची है और अब तक यहां 14 लाख 38 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर लिए हैं।
इस यात्रा सीजन में पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा मौत हुई
इस यात्रा सीजन में पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा मौत हुई है। केदारनाथ धाम में इस वर्ष के यात्रा सीजन में अब तक सबसे अधिक 130 यात्रियों की मौत हुई है। जबकि 11 हजार 43 यात्रियों को जरूरत पड़ने पर आक्सीजन दी गई और एक लाख 77 हजार 173 यात्रियों का उपचार किया गया। हालांकि यात्रियों की मौत का कारण हार्ट अटैक, हाईपोथरमिया और शारीरिक परेशानियां बताया गया है।
वर्ष 2021 में 6 मौते पूरे छह माह की यात्रा सीजन के दौरान हुई थी
ससे पूर्व वर्ष 2012 में 72 तीर्थयात्रियों की सबसे अधिक मौत केदारनाथ धाम व पैदल मार्ग पर हुई थी, लेकिन इस वर्ष पुराने सभी रिकार्ड टूट चुके हैं। 2017 में 34, वर्ष 2018 में 52, वर्ष 2019 में 52, वर्ष 2020 में 4 और वर्ष 2021 में 6 मौते पूरे छह माह की यात्रा सीजन के दौरान हुई थी।
46 दिन में ही 175 घोड़े खच्चरों की मौत
एक तरफ यात्रियों की मौत का आंकड़ा 130 तक पहुंचा तो केदारनाथ यात्रा के पैदल मार्ग पर चलने वाले घोड़े, खच्चरों की मौत भी इस बार काफी संख्या में हुई। यात्रा के शुरूआत में कई जानवरों ने अपनी जान गंवाई। शुरूआत के लिए 46 दिन में ही 175 घोड़े खच्चरों की मौत हुई। जिससे व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े हुए।