उत्तराखंड में अब सफर करना महंगा, चारधाम यात्रा का किराया भी बढ़ा, बस में चुकाने होंगे 15 से 20 रुपए ज्यादा
एसटीए की बैठक के बाद वाहनों के किराये की नई दरें जारी
देहरादून, 16 जुलाई। उत्तराखंड में अब सफर करना महंगा पड़ेगा। इसका सीधा असर चारधाम यात्रा करने वालों पर भी पड़ेगा। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक के बाद परिवहन मुख्यालय ने सभी तरह के वाहनों के किराये की नई दरें जारी कर दीं। 18 फरवरी 2020 के बाद शुक्रवार को दरों में बढ़ोतरी हुई है। चारधाम यात्रा मार्गों पर संचालित होने वाली विशेष या अस्थायी परमिट बसों के किराये की नई दरें जारी कर दी हैं, जिसमें 15 से 20 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
दो
साल
बाद
बढ़े
किराये,
15
से
27
फीसदी
तक
बढ़ोत्तरी
प्रदेश
में
दो
साल
के
इंतजार
के
बाद
सभी
तरह
के
यात्री
बस
और
भाड़ा
वाहनों
का
किराया
बढ़ाया
गया
है।
यात्री
वाहनों
के
किराए
में
15
से
27
फीसदी
तक
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
जबकि
मालभाड़े
में
करीब
38
फीसदी
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
बस
और
टैक्सियों
के
किराये
में
करीब
22
प्रतिशत,
चारधाम
यात्रा
पर
संचालित
होने
वाली
बसों
के
किराये
में
करीब
27
प्रतिशत,
आटो
व
तिपहिया
वाहनों
में
15
से
18
प्रतिशत,
माल
भाड़े
में
करीब
38
प्रतिशत
की
बढ़ोतरी
हुई
है।
चारधाम
में
अब
ये
पड़ेगा
किराया
उत्तराखंड
की
विश्व
प्रसिद्ध
चारधाम
यात्रा
में
पूरे
देश
से
यात्री
सफर
करने
आते
हैं।
ऐसे
में
सबकी
नजर
इन
बसों
के
किराये
पर
रहती
है।
नए
किराया
बढ़ने
के
बाद
20
सीट
क्षमता
तक
वाली
बसों
का
किराया
55
रुपये
से
बढ़ाकर
70
रुपये
प्रति
किमी
हो
गया
है।
21
से
30
सीट
क्षमता
वाली
साधारण
बस
का
किराया
50
से
बढ़ाकर
63
रुपये,
डीलक्स
पुश
बैक
बस
का
किराया
60
से
बढ़ाकर
76
रुपये
और
एसी
बस
का
किराया
70
से
बढ़ाकर
89
रुपये
प्रति
किलोमीटर
किया
गया
है।
31
से
45
सीट
क्षमता
वाली
साधारण
बसों
का
किराया
60
से
बढ़ाकर
76
रुपये,
डीलक्स
पुश
बैक
का
65
से
बढ़ाकर
83
रुपये
और
एसी
बसों
का
किराया
75
से
बढ़ाकर
90
रुपये
प्रति
किलोमीटर
कर
दिया
गया
है।
प्रतिदिन
के
प्रतीक्षा
शुल्क
में
कोई
बदलाव
नहीं
किया
गया
है।
प्रतीक्षा
शुल्क
वाहनों
के
अनुसार
3500
रुपये
से
लेकर
सात
हजार
रुपये
तक
ही
रहेगा।
ई
रिक्शा,
बाइक,
स्कूटी,
एंबुलेंस
के
पहली
बार
तय
हुए
किराये
रोडवेज
बसों
और
निगम
की
बसों
के
मैदानी
मार्गों
पर
किराया
105
पैसे
से
बढ़कर
128
पैसे,
पर्वतीय
मार्गों
पर
150
पैसे
से
बढ़कर
183
पैसे
प्रति
किमी
प्रति
सवारी
कर
दिया
गया
है।
सिटी
बसों
का
किराया
सात
रुपए
से
बढ़ाकर
नौ
रुपए
प्रति
दो
किमी
कर
दिया
गया
है।
टैक्सी,मैक्सी
का
किराया
मैदान
में
14
से
बढ़ा
16
रुपए
और
पर्वतीय
मार्गों
पर
16
से
बढ़ाकर
18
रुपए
प्रति
किमी
हो
गया
है।
आटो
का
किराया
शुरूआती
दो
किमी
के
लिए
50
रुपए
से
बढ़ाकर
60
रुपए
तय
किया
गया
है।
पांच
से
7
सवारी
क्षमता
वाले
टैंम्पो
का
किराया
पहले
दो
किमी
के
लिए
40
रूपए
से
बढ़ाकर
50
रुपए
कर
दिया
गया
है।
ठेका
बस
का
किराया
20
सीट
क्षमता
तक
मैदानी
मार्ग
पर
50
से
बढ़ाकर
61
रुपए
और
पर्वतीय
मार्गों
पर
55
से
बढ़ाकर
67
रुपए
प्रति
किमी
कर
दिया
गया
है।
ई
रिक्शा
में
चार
सवारियां
बैठने
पर
12
रुपए
प्रति
किमी
तय
किया
गया
है।
ई
रिक्शा,
मोटरसाइकिल,
स्कूटी
व
एंबुलेंस
का
किराया
पहली
बार
तय
हुआ
है।
आक्सीजन
सिलेंडर
और
बिना
ऐसी
की
एम्बुलेंस
के
लिए
15
किमी
परिधि
में
एक
तरफ
और
एक
घंटे
का
शुल्क
800
रुपए
तय
किया
गया
है।
इसके
अधिक
दूरी
पर
18
रुपए
प्रति
किमी
और
एक
घंटे
के
लिए
200
रुपए
प्रति
घंटा
प्रतीक्षा
भाड़ा
तय
किया
गया
है।