जानिए रामनगर सीट क्यों हैं उत्तराखंड के लिए खास, जहां से पूर्व सीएम हरीश रावत खेल सकते हैं बड़ा दांव
वीआईपी और हॉट सीट है रामनगर, जो जीता सरकार बनाई
देहरादून, 24 जनवरी। उत्तराखंड में कांग्रेस चुनाव अभियान की कमान संभाल रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चुनाव लड़ने की संभावनाएं तेज हो गई हैं। हरीश रावत को चुनाव लड़वाने को लेकर हाईकमान भी मंथन कर चुका है। कांग्रेसी सूत्रों का दावा है कि हरीश रावत रामनगर सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि हरीश रावत को रामनगर से उतारने पर कांग्रेस के अंदर ही सबसे बड़ी बगावत हो सकती है। रामनगर सीट पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत पूरा जोर लगा रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में रामनगर सीट प्रदेश की सबसे हॉट सीट हो सकती है, ये बात अलग है कि पार्टी रणजीत रावत को सल्ट से टिकट देकर इस विवाद को पहले ही सुलझाने का प्रयास कर सकती है।
रामनगर
से
हरदा
का
चुनाव
लड़ना
माना
जा
रहा
तय
उत्तराखंड
में
कांग्रेस
की
ओर
से
मुख्यमंत्री
का
चेहरा
भले
ही
घोषित
न
हुआ
हो,
लेकिन
पूर्व
मुख्यमंत्री
हरीश
रावत
इस
समय
कांग्रेस
के
लिए
पूरे
प्रदेश
में
सबसे
बड़ा
चेहरा
हैं।
ऐसे
में
हरीश
रावत
के
चुनाव
लड़ने
या
लड़ाने
को
लेकर
सस्पेंस
बना
हुआ
है।
हालांकि
दावा
किया
जा
रहा
है
कि
कांग्रेस
हाईकमान
हरीश
रावत
को
चुनाव
लड़ाने
के
पक्ष
में
हैं।
जिसके
लिए
दो
विकल्प
पर
विचार-विमर्श
किया
गया
है।
रामनगर
और
सल्ट।
इन
दोनों
सीटों
पर
कांग्रेस
हरीश
रावत
को
चुनाव
में
उतारने
को
लेकर
मंथन
कर
चुकी
है।
जिसमें
से
रामनगर
सीट
पर
हरीश
रावत
समर्थक
पहले
ही
माहौल
बनाने
में
लगे
हैं।
ये
बात
अलग
है
कि
हरीश
रावत
के
लिए
रामनगर
सीट
पर
रणजीत
रावत
ही
सबसे
बड़ी
चुनौती
बनकर
सामने
आ
रहे
हैं।
रणजीत
रावत
हरीश
रावत
के
पारिवारिक
संबंध
होने
के
साथ
ही
पूर्ववर्ती
हरीश
रावत
सरकार
में
मुख्यमंत्री
के
औद्योगिक
सलाहकार
हुआ
करते
थे,
लेकिन
2017
के
बाद
दोनों
की
राह
अलग
हो
गई।
रणजीत
रावत
2017
का
चुनाव
हारने
के
बाद
से
ही
रामनगर
में
सक्रिय
हैं।
ऐसे
में
रणजीत
रामनगर
से
ही
चुनाव
लड़ना
चाहते
हैं।
हरीश
रावत
रणजीत
रावत
को
सल्ट
भेजना
चाहते
हैं,
लेकिन
सल्ट
में
हुए
उपचुनाव
में
कांग्रेस
को
हार
का
सामना
करना
पड़ा
था,
साथ
ही
उपचुनाव
में
कांग्रेस
ने
हरीश
रावत
समर्थक
दावेदार
पर
ही
दांव
खेला
था,
तब
से
रणजीत
रावत
सल्ट
को
छोड़कर
रामनगर
से
ही
दावा
कर
रहे
हैं।
वीआईपी
और
हॉट
सीट
है
रामनगर
पूरे
प्रदेश
में
रामनगर
सीट
का
अपना
इतिहास
और
महत्व
है।
रामनगर
उत्तराखंड
की
सबसे
हॉट
सीट
है।
22
साल
के
इतिहास
में
ये
माना
जाता
है
कि
जिस
पार्टी
का
विधायक
रामनगर
सीट
से
जीता
सरकार
उसी
पार्टी
की
बनती
है।
इतना
ही
नहीं
उत्तराखंड
की
पहली
निर्वाचित
कांग्रेस
सरकार
के
मुख्यमंत्री
दिवंगत
नारायण
दत्त
तिवारी
ने
उपचुनाव
में
रामनगर
सीट
से
ही
चुनाव
जीता
था,
जो
कि
5
साल
तक
एकमात्र
मुख्यमंत्री
का
कार्यकाल
पूरा
करने
का
रिकॉर्ड
बनाने
में
कामयाब
रहे।
2002
में
कांग्रेस
के
योगेम्बर
सिंह
रावत
विधायक
बने
तो
कांग्रेस
की
सरकार
बनी।
2007
में
भाजपा
के
दीवान
सिंह
बिष्ट
चुनाव
जीते
और
सरकार
भाजपा
की
बनी।
2012
में
रामनगर
से
कांग्रेस
के
टिकट
पर
अमृता
रावत
चुनाव
जीती
और
सरकार
कांग्रेस
की
बनी।
2017
में
एक
बार
फिर
से
दीवान
सिंह
बिष्ट
चुनाव
जीते
और
सरकार
भाजपा
की
बन
गई।
इस
वजह
से
पूर्व
मुख्यमंत्री
हरीश
रावत
इस
सीट
से
चुनाव
लड़ना
चाहते
हैं।
2002 में अस्तित्व में आई रामनगर विधानसभा सीट
- मतदाता
- कुल 121348
- महिला 58794
- पुरुष 62553
- युवा 28918
अब तक के विधायक
- -योगम्बर सिंह रावत कांग्रेस 2002
- -एनडी तिवारी कांग्रेस 2002 (उपचुनाव)
- -दीवान सिंह बिष्ट भाजपा 2007
- -अमृता रावत कांग्रेस 2012
- - दीवान सिंह बिष्ट भाजपा 2017