Joshimath sinking: बोर्ड छात्रों को मिलेगी ये खास सुविधा, सीबीएसई और उत्तराखंड बोर्ड ने लिए ये फैसले
सीबीएसई देहरादून विस्थापित स्थान के केंद्र पर परीक्षा की विशेष व्यवस्था करने जा रही है। जबकि उत्तराखंड बोर्ड में प्रभावित छात्रों को बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र चुनने की छूट मिलेगी।
जोशीमठ में भू धंसाव और दरारें आने से लोगों की परेशानियां बढ़ने के साथ ही आम जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा चिंता प्रभावितों को अब छत की और बच्चों की हो रही है। इस बीच बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए सीबीएसई बोर्ड और उत्तराखंड बोर्ड ने बड़ी राहत दी है। ऐसे बच्चे जो जोशीमठ में प्रभावित हुए हैं, उनको सीबीएसई देहरादून ने विस्थापित स्थान के केंद्र पर परीक्षा की विशेष व्यवस्था करने जा रही है। जबकि उत्तराखंड बोर्ड में प्रभावित छात्रों को बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र चुनने की छूट मिलेगी।
Recommended Video
15
फरवरी
से
शुरू
होने
जा
रही
बोर्ड
परीक्षा
उत्तराखंड
के
जोशीमठ
में
दरारें
और
भू
धंसाव
के
चलते
प्रभावितों
को
दूसरे
स्थानों
पर
जाना
पड़
रहा
है।
ऐसे
में
बोर्ड
परीक्षा
देने
वाले
छात्रों
को
किसी
तरह
की
समस्या
न
आए
इसके
लिए
बोर्ड
ऐसे
छात्रों
को
विशेष
सुविधा
देने
जा
रहा
है।
सीबीएसई
बोर्ड
के
संयुक्त
सचिव
एवं
क्षेत्रीय
अधिकारी
रणबीर
सिंह
ने
चमोली
के
डीएम
व
सभी
स्कूलों
को
पत्र
भेजकर
बताया
कि
चमोली
जिले
में
सीबीएसई
10वीं
के
1142
छात्र
और
12वीं
के
743
छात्र
15
फरवरी
से
शुरू
होने
जा
रही
बोर्ड
परीक्षा
में
बैठेंगे।
इसके
लिए
जिले
में
19
परीक्षा
केंद्र
बनाए
गए
हैं,
जिनमें
13
अटल
उत्कृष्ट
विद्यालय,
चार
केंद्रीय
विद्यालय,
एक
राजीव
गांधी
नवोदय
विद्यालय
और
एक
जवाहर
नवोदय
विद्यालय
शामिल
है।
बताया,
चूंकि
जोशीमठ
में
भू-धंसाव
से
प्रशासन
कई
परिवारों
को
विस्थापित
कर
रहा
है।
ऐसे
में
इन
छात्रों
के
लिए
अपने
पहले
से
तय
परीक्षा
केंद्र
पर
परीक्षा
देना
मुश्किल
हो
गया
है।
ऐसे
छात्रों
के
लिए
सीबीएसई
के
क्षेत्रीय
अधिकारी
रणबीर
सिंह
ने
विस्थापित
स्थान
के
सबसे
नजदीकी
परीक्षा
केंद्र
पर
परीक्षा
की
विशेष
छूट
दी
है।
ऐसे
छात्रों
की
लिस्ट
मांगी
गई
है।
जिससे
एग्जाम
से
पहले
ऐसे
छात्रों
की
परीक्षा
केन्द्रों
में
व्यवस्था
की
जा
सके।
इधर
शिक्षा
मंत्री
धन
सिंह
रावत
ने
भी
उत्तराखंड
बोर्ड
के
छात्रों
को
भी
विशेष
सुविधा
देने
के
लिए
डीजी
एजुकेशन
को
कहा
गया
है।
शिक्षा
मंत्री
ने
निर्देश
दिए
कि
प्रभावित
छात्रों
की
लिस्ट
तैयार
की
जाए,
और
उनकी
सुविधानुसार
परीक्षा
केंन्द्र
दिए
जाएं।
छात्रों
को
परीक्षा
केंद्र
चुनने
की
छूट
दी
जाएगी।