7 राज्यों से होकर दून पहुंची प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा, सीएम धामी ने पद्म भूषण डॉ अनिल जोशी को किया सम्मानित
पद्म भूषण जोशी की प्रगति से प्रकृति पथ साइकिल यात्रा
पर्यावरण और प्रकृति का संदेश लेकर मुंबई से देहरादून की साइकिल यात्रा करने वाले पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी की प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा का देहरादून में समापन हुआ। डॉ जोशी व उनके साथियों ने दो अक्तूबर को मुंबई से ये यात्रा शुरू की थी। समापन समारोह में अभिनेत्री दीया मिर्जा भी शामिल रहीं। यात्रा के दौरान दीया मिर्जा ने इस यात्रा को अपने सोशल मीडिया अकाउंट में प्रमोट किया।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड गौरव से सम्मानित भी किया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रगति पथ से प्रकृति पथ साइकिल यात्रा के समापन समारोह में प्रतिभाग किया। पद्म भूषण डॉ अनिल जोशी को इस प्रगति पथ से प्रकृति पथ साइकिल यात्रा के सफल संचालन के लिए दी बधाई। मुख्यमंत्री ने पद्म भूषण डॉ अनिल जोशी को किया उत्तराखण्ड गौरव से सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी ईकोलॉली, पर्यावरण, वन संपदा हमारी सबसे बड़ी सम्पति है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारी जिम्मेदारी भी सबसे बड़ी है। हमें लोगों को विशेषकर युवाओं को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण,वृक्षारोपण के लिए जागरूक करना होगा। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयास पर भी उन्होंने बल दिया। पद्म भूषण डॉ अनिल जोशी को उत्तराखण्ड गौरव सम्मान से सम्मानित करते हुए कहा कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके द्वारा किये जाने वाले प्रयासों का भी सम्मान है।
पर्यावरण के प्रति चेतना जगाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में गौरा देवी सुन्दरलाल बहुगुणा जैसे महान पर्यावरणविद् हुए है। जो हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पद्म भूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी पर्यावरण के प्रहरी तो हैं ही साथ ही हमारे लिए विशेष गौरव की बात है कि वह समय समय पर हमारा मार्गदर्शन भी करते रहे हैं कि किस तरह हम प्रगति और प्रकृति के बीच सामंजस्य बैठाते हुए विकास की परिभाषा गढ़ें जो सिर्फ उत्तराखंड या हिमालयी राज्यों के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य देशों के लिए भी एक मिसाल बन सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पद्म भूषण डॉ अनिल जोशी के नेतृत्व में 7 राज्यों से गुजरी 40 दिवसीय प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा पूरे उत्तराखंड के लिए भी एक उपलब्धि है जिसके माध्यम से उन्होंने यात्रा मार्ग में अपने संवाद से हजारों लोगों के मन में पर्यावरण के प्रति चेतना जगाई और हमारे प्रदेश का मान बढ़ाया है। इस यात्रा के दौरान हुए अविस्मरणीय अनुभव निश्चित रूप से उत्तराखंड के विकास में उत्प्रेरक का काम करेंगे और इकोनॉमी, इकोलॉजी में संतुलन बनाते हुए विकास के नए आयाम गढ़ने में सहायक होंगे।
उत्तराखण्ड
देश
के
श्रेष्ठ
राज्यों
में
अपनी
पहचान
बनाये
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
2025
तक
उत्तराखण्ड
देश
के
श्रेष्ठ
राज्यों
में
अपनी
पहचान
बनाये
इस
दिशा
में
हमें
मिल
जुलकर
प्रयास
करने
होंगे।
उन्होंने
कहा
कि
राज्य
के
समग्र
विकास
की
दिशा
निर्धारण
के
लिए
बोधिसत्व
विचार
श्रृंखला
का
आयोजन
किया
जा
रहा
है।
अब
तक
7
से
ज्यादा
विचार
श्रृंखलाएं
आयोजित
की
जा
चुकी
हैं
जिसमें
पद्म
भूषण
डॉ
अनिल
जोशी
के
साथ
ही
नीति
आयोग
एवं
विभिन्न
क्षेत्रों
के
विषय
विशेषज्ञों
के
विचार
राज्य
के
समग्र
विकास
का
मॉडल
तैयार
करने
में
निश्चित
रूप
से
सहायक
होंगे।