उत्तराखंड में मिशन 2024 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस, दो माह तक इस अभियान के जरिए होगी शुरुआत
उत्तराखंड में कांग्रेस मिशन 2024 की तैयारियों में जुट गई है। इसके लिए पार्टी 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का शुभारंभ कर शंखनाद करने जा रही है। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के जरिए कांग्रेस दो महिनें तक पदयात्रा करेगी।
उत्तराखंड में कांग्रेस मिशन 2024 की तैयारियों में जुट गई है। इसके लिए पार्टी 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का शुभारंभ कर शंखनाद करने जा रही है। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के जरिए कांग्रेस दो महिनें तक पदयात्रा करेगी।
26 जनवरी से कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को सफल मानते हुए कांग्रेस अब इसका लाभ आगामी लोकसभा चुनाव में उठाना चाहती है। इसके लिए एक और पदयात्रा कर लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी। 26 जनवरी से कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू होने जा रहा है। अभियान के तहत हर गांव एवं पोलिंग बूथों को कवर करते हुए दो महीने तक पदयात्राएं होंगी। अभियान के केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय कुमार लल्लू और प्रदेश प्रभारी देवेंन्द्र यादव ने इसकी तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के साथ बैठकें की। कांग्रेस में इस पदयात्रा को चुनाव के लिए बड़ी संजीवनी मानी जा रही है। इसमें राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की इमेज का पूरा इस्तेमाल किया जाएगा। कार्यकर्ताओं को इस यात्रा के सफल संचालन के लिए जिम्मेदारियां सौंप दी गई है। यात्रा ब्लाॅक के हर मतदान केंद्र को शामिल करते हुए चलेगी। हर ब्लाॅक में वेन या प्रोजेक्टर के जरिए भारत जोड़ो यात्रा के वीडियों प्रसारित किए जाएंगे। भाजपा के मिशन 2024 को देखते हुए कांग्रेस इस पदयात्रा के जरिए ग्राम सभा में चौपाल आयोजित करेगी। सभी पदाधिकारियों को साफ कर दिया गया है कि इस अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी तय होगी।
ये अभियान थ्री टायर सिस्टम के तहत चलेगा
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ये अभियान थ्री टायर सिस्टम के तहत चलेगा, जिसमें ब्लाॅक, जिला एवं राज्य स्तर पर अलग अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें। राज्य स्तर पर कार्यकर्ता महासंगम का आयोजन होगा। जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष संबोधित करेगें। देहरादून में महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में मातृशक्ति का वृहद मार्च आयोजित किया जाएगा। राज्य स्तर पर भारत जोड़ो मेले का आयोजन किया जाएगा। कांग्रेस इस पदयात्रा के जरिए भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार दोनों के मुद्दों को छेड़ेगी। इसके लिए राज्य संगठन अपने स्तर से एक चार्जशीट भी तैयार करेगी। जिसको लेकर गांवों में जागरूक किया जाएगा। लोकसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी समय है, लेकिन सियासी दल अभी से होमवर्क में जुट गए हैं। भाजपा की रणनीतिकार पहले ही ब्लॉक और बूथ पर फोकस करने के लिए अपने महारथियों को तैयार कर चुके हैं तो कांग्रेस भी राहुल और प्रियंका के जरिए अपनी बात जनता तक पहुंचाने में जुट गई है। इसके लिए सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस को कई गुटों में बंटे नेताओं को एक पंक्ति में लाने की होगी। सीनियर नेताओं की वर्चस्व की लड़ाई को कम करने के लिए कांग्रेस को पूरा जोर लगाना होगा।