Char dham yatra के साथ ही इन अहम पड़ाव पर हैं कई प्रमुख तीर्थ स्थल, यहां होकर ही पूरी होगी यात्रा
चारधाम यात्रा के दौरान हरिद्वार,ऋषिकेश, उत्तरकाशी, श्रीनगर और जोशीमठ अहम पड़ाव हैं। इन जगहों पर भी कई प्रमुख तीर्थ स्थल है। जिनमें गंगा आरती, विश्वनाथ मंदिर, धारी देवी, नरसिंह मंदिर शामिल है।
उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन के साथ ही यात्रा पूरी होती है। हालांकि यात्रा के दौरान आपको कई ऐसे पड़ाव भी मिलेंगे, जो कि हिंदू आस्था का प्रतीक हैं और चारधाम यात्रा के साथ आप इन सबके दर्शन कर पुण्य का लाभ ले सकते हैं।
कई विशेष मंदिर दर्शन को मिल जाएगी
चारधाम में गंगेात्री व यमुनोत्री उत्तरकाशी और केदारनाथ रुद्रप्रयाग जबकि बद्रीनाथ चमोली जिले में आता है। इनके बीच हरिद्वार, ऋषिकेश, उत्तरकाशी, श्रीनगर और जोशीमठ जैसे अहम पड़ाव है। इन जगहों पर आपको कई विशेष मंदिर और जगह देखने और दर्शन को मिल जाएगी।
हरिद्वार
चारोंधामों का रुट हरिद्वार से ही होकर जाता है। ऐसे में हरिद्वार में हर की पैड़ी से लेकर मनसा देवी, चंडी देवी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन कर यात्रा को और अधिक सफल बना सकते हैं। हरिद्वार में सबसे प्रमुख तीर्थ स्थल हर की पैड़ी है। यहां पर भक्त स्नान करना नहीं भूलते। साथ ही हरिद्वार कुंभ नगरी है। जिससे यहां का महात्म और बढ़ जाता है। हिंदू धार्मिक कथाओं के अनुसार, हरिद्वार वह स्थान है जहां अमृत की कुछ बूंदें भूल से घड़े से गिर गयीं जब धन्वन्तरी उस घड़े को समुद्र मंथन के बाद ले जा रहे थे। जहां जहां अमृत की बूंदें गिरी वहीं महाकुंभ होता है। हरिद्वार उसमें से एक है। यहां की गंगा आरती सबसे खास है। जो कि रोज शाम को होती है।
ऋषिकेश
ऋषिकेश चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है। यात्रा गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए ऋषिकेश से होकर जाती है। यहां से चारों धामों की बसें और छोटी गाड़ियां आसानी से मिल जाती हैं। ऋषिकेश योग की नगरी कही जाती है। यहां पर गंगा का भव्य नजारा दिखता है। ऋषिकेश में भी भव्य गंगा आरती का आयोजन होता है। इसके साथ ही ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला, त्रिवेणी घाट, स्वर्ग आश्रम समेत कई धार्मिक स्थल हैं।
उत्तरकाशी-काशी विश्वनाथ मंदिर
उत्तरकाशी गंगोत्री व यमुनोत्री का मुख्य पड़ाव है। उत्तरकाशी में काशी विश्वनाथ मंदिर प्रसिद्ध है। जो कि बनारस की काशी की तरह प्रसिद्ध है। इसके साथ ही उत्तरकाशी में शक्ति मंदिर, कुटेटी मंदिर, गंगा मंदिर समेत कई प्रमुख तीर्थ स्थल है। उत्तरकाशी में पर्यटक के लिहाज से भी कई घूमने वाली जगहें भी हैं।
श्रीनगर में मां धारी देवी
श्रीनगर केदारनाथ व बद्रीनाथ का मुख्य पड़ाव श्रीनगर में मां धारी देवी का मंदिर है। धारी देवी को चारों धामों की रक्षक कहा जाता है। इस मंदिर की पौराणिक मान्यता है। इस वजह से जो भी यात्री चारधाम यात्रा पर आते हैं, वे धारी देवी के दर्शन करना नहीं भूलते हैं।
जोशीमठ
जोशीमठ बद्रीनाथ का सबसे अहम पड़ाव है। यहां भगवान नरसिंह का मंदिर और शंकराचार्य की गद्दी स्थल है। जोशीमठ शंकराचार्य की तपस्थली है। यहीं पर शंकराचार्य की गुफा भी है। नरसिंह भगवान बिष्णु के अवतार है। मान्यता है कि बदरी विशाल के साथ ही नरसिंह के दर्शन भी जरुरी हैं।
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