एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर ठगने वाले गिरोह के दो आरोपी बिहार से गिरफ्तार
बिहार का निकला गिरोह, हेलीकॉप्टर यात्रा के नाम पर ठगते थे
देहरादून, 21 मई। उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ ने केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर यात्रा सेवा देने के नाम पर धोखाधडी करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया है।अभियुक्तों ने गूगल पर अपना नंबर हेली सर्विस कस्टमर केयर नंबर के तौर पर अपलोड किया था। जब भी कोई व्यक्ति कस्टमर केयर या कॉन्टैक्ट नंबर ढूंढता है तो ऐसे अपराधियों के नंबर फ्लैश हो जाते हैं। वे वाईफाई राउटर को पेड़ों पर लटका देते हैं और फिर सभी मिलकर इंटरनेट कॉल करते हैं और पर्यटन,हेली सेवाओं के नाम पर पूरे लोगों से ठगी करते हैं।
केदारनाथ यात्रा हेलीकॉप्टर सेवा देने के नाम पर 1 लाख 18 हजार रुपये ठग लिए
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होते ही फर्जी साइट के जरिये केदारनाथ हेलीकॉप्टर यात्रा सेवा देने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधडी के मामले सामने आ रहे हैं। एक प्रकरण साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें शिकायतकर्ता प्रशान्त यादव के साथ अज्ञात साइबर ठगों ने केदारनाथ यात्रा हेलीकॉप्टर सेवा देने के नाम पर 1 लाख 18 हजार रुपये ठग लिए। अजय सिंह ने बताया कि पुलिस जांच से पता चला कि साइबर ठगों ने केदारनाथ हेलीकॉप्टर यात्रा देने के नाम पर धोखाधडी की। मोबाइल नम्बर व खातों की जानकारी से आरोपियों की लोकेशन बिहार में पाई गई। इसके बाद एसटीएफ टीम को बिहार रवाना किया गया। इस मामले में अभियुक्त सेन्टी कुमार उर्फ विकास कुमार को ग्राम धनबिगहा बिहार से गिरफ्तार किया गया। अन्य अभियुक्त निक्कु कुमार जो कि थाना वारिसलीगेज जनपद नवादा बिहार के अभियोग में वांछित होने के कारण स्थानीय पुलिस को सुपुर्द किया गया। अभियुक्तों से घटना में प्रयुक्त (05) मोबाईल फोन 07 एटीएम कार्ड 01 भारतीय क्यूआर कोड, राउटर, सिम कार्ड विभिन्न बैंको की पास बुक व चैक बुक माईक्रो एटीएम कार्ड व अभियुक्तों के पास से 1.25 लाख नकद बरामद किये गये हैं।
फर्जी साईट तैयार कर फर्जी नम्बरों को गूगल पर डाला जाता था
पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों द्वारा फर्जी साईट तैयार कर फर्जी नम्बरों को गूगल पर डाला जाता था, जिससे पीड़ित व्यकित द्वारा केदारनाथ हैलीकॉप्टर यात्रा सेवा को लेने के लिए गूगल से नम्बर सर्च कर फोन के माध्यम से सम्पर्क किया जाता व अभियुक्तगणों द्वारा वाइफाई राउटर को पेड़ पर टांगकर हैलीसेवा लेने वाले व्यक्तियों को इन्टरनेट कॉलिंग के माध्यम से कॉल कर रेट लिस्ट के आधार पर हैलीकॉप्टर यात्रा सेवा बुक की जाती थी। इसके बाद पीड़ित से धनराशि लेकर विभिन्न वॉलेट व खातों में प्राप्त की जाती है। शिकायतकर्ता से प्राप्त उक्त धनराशि को एटीएमों के माध्यमों से निकाल लिया जाता था। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने लोगों से अपील की है कि यात्रा की बुकिंग के लिए पर्यटन विभाग की साइट पर जाकर ही बुकिंग करें साथ ही इसकी सत्यता को जरुर जांच कर लें।