Uttarakhand में सचिवों की एसीआर पर रार ! कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज उठा रहे हैं मांग
उत्तराखंड में सचिवों की एसीआर लिखने का अधिकार मंत्रियों को देने की मांग कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कैबिनेट बैठक में मसला उठाया है। जिस पर सरकार ने विचार करने की बात कही है।
उत्तराखंड में सचिवों की एसीआर लिखने का अधिकार मंत्रियों को देने की मांग पर मंत्रिमंडल में ही रार नजर आ रही है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कैबिनेट बैठक में ये मसला उठाया है। जिस पर सरकार ने विचार करने की बात कही है। लेकिन इस मामले में सतपाल महाराज का अब तक कोई भी कैबिनेट मंत्री सीधे तौर पर समर्थन नहीं दे रहे हैं।
एक बार फिर मामला कैबिनेट में उठा
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज त्रिवेंद्र रावत सरकार के समय से ही सचिवों की एसीआर लिखने का अधिकार मांगते आ रहे हैं। एक बार फिर ये मामला कैबिनेट में उठा है। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु को कैबिनेट की अगली बैठक में इसका प्रस्ताव लाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री इसमें कुछ बदलाव कर सकते हैं। जिससे अधिकारियों को भी किसी तरह की आपत्ति न हो।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल एक बयान मीडिया में दे चुके
धामी मंत्रिमंडल के अधिकतर मंत्रियों ने इस मामले में अब तक सीधे तौर पर कुछ टिप्पणी नहीं की है लेकिन इस मामले में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी एक बयान मीडिया में दे चुके हैं। सचिवों की एसीआर (वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट) लिखने के मामले में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का बयान है कि इस मुद्दे को मंत्रियाें और ब्यूरोक्रेट दोनों की ओर से ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए। इस बयान के भी कई सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं। लेकिन ये बात साफ है कि महाराज इस मामले में अलग-थलग नजर जरुर आ रहे हैं।