जेल में बंद इन माफियाओं के बेटों की योगी सरकार में कैसे आई शामत, जानिए
लखनऊ, 29 जुलाई: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही यूपी में आपराधिक छवि के सफेदपोश माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इस दौरान सरकार ने करोड़ों रुपए की सम्पत्ति भी कुर्क की है। दिलचस्प बात यह है कि एक तरफ जहां सरकार जेल में बंद अपराधियों के आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए अभियान चला रही है वहीं दूसरी ओर यूपी के चार माफिया ऐसे हैं जो अपने तो मुसीबतों में घिरे ही हैं उनके बेटों की भी शामत आई है। इनमें माफिया डॉन मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और विजय मिश्रा शामिल हैं। इनमें से मुख्तार और अतीक के बेटों को पुलिस खोज रही है जबकि विजय के इनामी बेटा पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।
मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ NBW जारी
यूपी के बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसार की मुसबीतें उस समय से ही लगातार बढ़ रही हैं जब से यूपी में बीजेपी की सरकार आई है। 2017 में सीएम बने योगी आदित्यनाथ ने अंसार बंधुओं के परिवार के आर्थिक साम्राज्य को पूरी तरह से तहस नहस कर दिया है। हालत ये है कि इस परिवार के 500 करोड़ की ज्यादा सम्पत्ति सरकार कुर्क कर चुकी है। मुख्तार के परिवार की परेशानी यही तक सीमित नहीं है अब योगी की पुलिस उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को ढूंढने में जुटी हुई है। पुलिस ने इसको लेकर एनबीडब्लू भी जारी कर दिया है और अब्बास के साथ ही उनकी पत्नी को भी भगोड़ा घोषित कर दिया है। पिता के कई सालों से जेल में बंद होने के बाद अब्बास ने इस बार अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी।
अतीक के बेटे मोहम्मद उमर पर 2 लाख रुपए का इनाम
मुख्तार अंसारी की तरह ही यूपी में प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में अपनी सत्ता चलाने वाले पूर्व सांसद अतीक अहमद के भी बुरे दिन चल रहे हैं। अहमद खुद तो गुजरात की साबरमती जेल में बंद हैं वहीं उनके दोनों बेटों को अलग अलग मामलों में पुलिस खोज रही है। अतीक अहमद के एक बेटे मोहम्मद उमर पर पुलिस ने दो लाख रुपए का इनाम रखा है। पुलिस अभी भी उसको नहीं ढूंढ पा रही है। पुलिस की माने तो जल्द ही उमर को हिस्ट्रीशीटर घोषित किया जाएगा और उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी शुरू की जाएगी। उमर पर रखा गया इनाम सीबीआई ने घोषित कर रखा है और वह पिछले तीन साल से पुलिस और सीबीआई की आंखों में धूल झोंक रहा है।
अतीक के दूसरे बेटे मोहम्मद अली को भी खोज रही पुलिस
मोहम्मद उमर की तरह ही अतीक के दूसरे बेटे मोहम्मद अली पर भी पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। पुलिस को कई मामलों में मोहम्मद अली की तालाश है। अली पर प्रयागराज के करेली थाने में रंगदारी मांगने का मामला दर्ज है। इसके अलावा अली पर हत्या का प्रयास और वसूली के कई आरोप हैं। पुलिस को मोहम्मद अली की शिद्दत से तालाश है। पुलिस के सूत्रों की माने तो जल्द ही मोहम्मद अली पर घोषित इनामी राशि को और बढाई जाएगी। दोनों बेटों की फरार के अलावा योगी सरकार में अतीक की करोड़ों की सम्पत्तियों पर बुल्डोजर चल चुका है और कुर्क हो चुकी हैं। उनके साथ ही उनके गुर्गों पर भी पुलिस की कार्रवाई चल रही है।
माफिया विजय मिश्रा के बेटे को पुलिस ने दबोचा
मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के साथ ही भदोही के डॉन विजय मिश्रा की मुश्किलें भी कम नहीं हो रही हैं। हालांकि पुलिस ने विजय मिश्रा के बेटे को पकड़ने में सफलता पा ली है। हालांकि विजय मिश्रा के बेटे विष्णु मिश्रा पर भी एक लाख रुपए का इनाम रखा गया था। पुलिस ने उसे कुछ दिन पहले ही पुणे से पकड़ा था। विजय मिश्रा की भी आपराधिक पृष्ठभूमि रही है और इस बार जेल में बंद होने की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ पाए। विजय मिश्र 2020 से ही आगरा की जेल में बंद हैं। इनका बेटा भी 2020 से ही फरार था जिसके खिलाफ पुलिस ने नोटिस जार कर रखा था।
योगी सरकार में धवस्त हो रहा माफियाओं का आर्थिक साम्राज्य
दरअसल पुलिस ने मॉफिया डॉन मुख्तार अंसारी के साथ साथ अब उनके भाई और गाजीपुर से बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी की अवैध सम्पत्तियों पर हथौड़ा चलाना शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि पुलिस ने अफजाल अंसारी की उन सम्पत्तियों को भी कुर्क किया है जो कभी उसने अपनी बेटियों को उपहार में दिया था कुर्क की गई चारों संपत्तियां गाजीपुर जिले के भांवरकोल थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में स्थित हैं। दरअसल योगी सरकार अब तक मुख्तार अंसारी और परिवार को 500 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का चोट पहुंचा चुकी है।
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