राम मंदिर का उद्घाटन अब 2023 की बजाए 2024 में कराने की तैयारी, जानिए क्या है ट्रस्ट की प्लानिंग
लखनऊ, 19 अप्रैल: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अब एक महीने के लिए और बढ़ा दिया गया है। हालांकि 2024 में आम चुनाव भी होने है इसलिए इस लिहाज से मंदिर ट्रस्ट का यह फैसला अहम माना जा रहा है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि चुनावी साल में राम मंदिर का उद्घाटन कराना संघ औ बीजेपी की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। हालांकि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि मैंने पहले कहा था कि दिसंबर 2023 के अंत में राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा, लेकिन इसकी तारीख तय नहीं की जा रही है। दिसंबर के अंत में सूर्य दक्षिण में रहेगा। खरमास यथावत रहेगा इसलिए खरमास में राम मंदिर का उद्घाटन उचित नहीं होगा।
अयोध्या में चल रही दो दिवसीय बैठक
राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरों पर चल रहा है। तीसरे चरण की नींव के तहत मंदिर के चबूतरे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। गर्भगृह भी जुलाई महीने से आकार लेना शुरू कर देगा। मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक भी सोमवार से शुरू हो गई है। समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा मंदिर निर्माण की समीक्षा के लिए पहुंचे हैं। उधर, भव्य गर्भगृह में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का इंतजार थोड़ा बढ़ गया है। अब मकर संक्रांति 2024 तक भव्य गर्भगृह में भक्तों को रामलला के दर्शन होंगे। इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामलला को गर्भगृह में दिसंबर 2023 के अंत तक फंसाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन दिसंबर के अंत में खरमास के चलते ट्रस्ट ने राम मंदिर के उद्घाटन की समय सीमा बढ़ा दी है।
वास्तु और शुभ तिथियों का रखा जा रहा पूरा ध्यान
राम मंदिर के निर्माण में शुभ तिथियों और मुहूर्त सहित वास्तु शास्त्र का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। राम मंदिर का भूमिपूजन शुरू करने, नींव खोदने, नींव बनाने, बेड़ा बनाने और चबूतरे का निर्माण शुरू करने से पहले ट्रस्ट द्वारा विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की गई, उसके बाद काम शुरू हुआ. वहीं, शुभ अभिजीत मुहूर्त में पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर का भूमि पूजन भी किया गया। मंदिर में वास्तु शास्त्र का भी ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए देश के चुनिंदा वास्तु शास्त्रियों की टीम भी बनाई गई है। जो समय-समय पर ट्रस्ट को वास्तु शास्त्र से जुड़े सुझाव देते रहते हैं। शुभ मुहूर्त और तिथि के अभाव में अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला को भव्य गर्भगृह में विराजमान करने की समय सीमा बढ़ा दी है।
पहले दिसंबर 2023 में होना था राम मंदिर का उद्घाटन
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि मैंने पहले कहा था कि दिसंबर 2023 के अंत में राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा, लेकिन इसकी तारीख तय नहीं की जा रही है। दिसंबर के अंत में सूर्य दक्षिण में रहेगा। खरमास यथावत रहेगा इसलिए खरमास में राम मंदिर का उद्घाटन उचित नहीं होगा। इसलिए हमें सूर्य के उत्तर की ओर मुड़ने का इंतजार करना होगा। मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण होगा। ऐसे में मकर संक्रांति 2024 पर गर्भगृह में रामलला को सुलभ कराने और श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की तैयारी की जा रही है।
2024 में देश में होने हैं आम चुनाव
राम मंदिर के उदघाटन की तिथि अचानक बढ़ाए जाने के पीछे राजनीतिक पंडित अपने निहितार्थ निकाल रहे हैं। पंडितों का कहना है कि 2024 में ही देश में आम चुनाव होने हैं और राम मंदिर निर्माण बीजेपी और संघ का हमेशा एक बड़ा एजेंडा रहा है इसलिए इसके पीछे सोची समझी रणनीति हो सकती है। वरिष्ठ पत्रकार कुमार पंकज की माने तो आम चुनाव के नजदीक इसका उद़घाटन कराकर बीजेपी इसका लाभ ले सकती है। चूंकि राम मंदिर निर्माण हमेशा से संघ के एंजेडे में शामिल रहा है इसलिए इसका इस्तेमाल चुनावी लाभ के लिए भी निश्चिततौर पर किया जाएगा।