विवेक तिवारी हत्याकांड: एलयू के स्टूडेंट बोले, नहीं मानी मांगे तो फूंक देंगे डिप्टी सीएम का घर
लखनऊ। विवेक तिवारी हत्याकांड में एक आक्रामक मोड आ गया है। मृतक विवेक तिवारी के परिजनों ने एक जिद पकड़ ली है। परिवार वालों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। परिजनों को मनाने के लिए लखनऊ के डीएम और सरकार के कैबिनेट मंत्री विवेक के घर पहुंचे, पर परिजनों को मानने में विफल रहे। इधर विवि के छात्र परिवार के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस इस मामले में परिवार की मांग नहीं मानती है तो वह डिप्टी सीएम का घर फूंक देंगे। बता दें कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिसकर्मियों ने वहां से दौड़ा दिया।
सीएम जब तक नहीं आयेगे तब तक नहीं करेंगे अंतिम संस्कार
परिवार वालों को मनाने के लिए तिवारी के आवास पर लखनऊ के डीएम कौशल राज और मंत्री आशुतोष टंडन पहुंचे हैं, पर परिजन मानने को तैयार नहीं है। परिवार वालों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आते तब तक वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं दूसरी तरफ लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र भी मृतक के घर पहुंच गए और परिजनों की मांगों को मानने के लिए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विश्वविद्यालय के छात्रों ने न्याय न मिलने पर और मांगे ना माने जाने पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का घर फूंक दिया जाएगा। परिजनों के साथ साथ मृतक विवेक के दोस्त भी घर के बाहर मुह पर काली पट्टी बांध कर और हाथ मे मांगो की तख्ती को लेकर धरने पर बैठ गए।
क्या है मामला
घटना शुक्रवार की देर रात की है, विवेक तिवारी अपनी कलीग सना खान को घर छोड़ने जा रहे थे। सना खान के अनुसार, सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की।' पुलिस वालों ने इन्हें रोकने की कोशिश की। सना खाने ने बताया कि उन्हें अचानक से ऐसा लगा कि कहीं पर गोली चली है। गाड़ी आगे जाकर एक खंभे से टकरा गई और विवेक के सिर से खून निकलने लगा। इलाज के दौरान विवेक की मौत हो गई।
सिपाही की पिस्टल से चली थी गोली
गोमतीनगर थाने में तैनात सिपाही प्रशांत चौधरी की पिस्टल से युवक पर गोली चलाने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। मौके पर आईजी, एसएसपी के साथ ही कई अधिकारी पहुंचे थे। जिसके बाद घायल को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि अस्पताल में इलाज के दौरान विवेक की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि विवेक को गोली बहुत पास से मारी गई है।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
गोली चलाने वाले सिपाही गोमतीनगर थाने में तैनात है। युवक की मौत के बाद आरोपी सिपाही पर गोमती नगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही कहा गया है कि सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि विवेक तिवारी आईफोन कम्पनी में सेल्स मैनेजर के पद पर तैनात था। सेल्स मैनेजर की पत्नी ने कहा कि सरकार से उसे एक करोड़ का मुआवजा चाहिए जिससे वह अपने परिवार और बच्चों के भविष्य को संवार सके। विवेक की पत्नी ने आगे कहा कि उसके बच्चे जब अपने पापा के बारे में पूछेगे तो वह क्या बताएगी, की यूपी की गुंडा पुलिस ने गोली मार दी थी।