"बोलोगे तो बागी कहलाओगे", अपनी ही सरकार पर क्यों भड़के BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh
Uttar Pradesh के गोंडा के Kaiserganj से बीजेपी सांसद Brij Bhushan Sharan Singh ने जिला प्रशासन और अपनी ही सरकार के खिलाफ नाराजगी जताकर सुर्खियों में आग गए हैं। बृजभूषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वारयरल हो रहा है, जिसमें वह ट्रैक्टर चलाते नजर आ रहे हैं। अपना दर्द बयां करते नजर आ रहे हैं. यहां तक कि वह यह कहते भी नजर आ रहे हैं, "बोलेगे...तुम तो बागी कहलाओगे"। हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद से ही यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने भी सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि सरकारी आंकड़ों की बात करें तो यूपी के 18 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। गोंडा में करीब 110 गांवों में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है।
UP के 18 जिले बाढ़ की चपेट में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) इन जिलों में चल रहे बचाव कार्य पर नजर रखे हुए हैं और अधिकारियों को प्रभावित लोगों की मदद करने की सख्त हिदायत दी है। उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में बारिश से आई बाढ़ ने 1,370 गांवों को जलमग्न कर दिया है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन कोष और प्रांतीय सशस्त्र बल की टीमों को तैनात करने के भी निर्देश दिये हैं।
क्या कहा बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने?
बृजभूषण शरण सिंह ने बाढ़ की समस्या को लेकर प्रशासन और अपनी ही सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने प्रशासन पर बाढ़ को लेकर कुप्रबंधन का आरोप लगाया। जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं के दावे के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ''जिला प्रशासन के बारे में न ही पूछना बेहतर है। किसी भी सरकार में बाढ़ से पहले एक तैयारी बैठक होती थी। हमें नहीं लगता कि कोई तैयारी बैठक हुई है और लोगों को भगवान में भरोसा है और सभी लोग उसी पर कायम हैं।
जीवन में नहीं देखी इतनी खराब व्यवस्था
बृजभृषण ने कहा कि लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब पानी रुकेगा और कब हमारी पीड़ा कम होगी। बाढ़ के प्रति इतनी खराब व्यवस्था मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखी। अफसोस इस बात का है कि हम रो भी नहीं सकते, हम अपनी भावनाओं को व्यक्त भी नहीं कर सकते। भाजपा सांसद ने कहा, 'एक ट्रैक्टर ट्रॉली लगाई गई है। ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ कुछ महिलाएं, कुछ बुजुर्ग, चलने में असमर्थ हैं, पानी का प्रवाह बहुत अधिक था, वे उस पर चल रहे हैं और भगवान की व्यवस्था की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
बोलना मना है, सिर्फ सुनना है
जब सांसद बृजभूषण शरण सिंह से पूछा गया कि क्या वह जिला प्रशासन को कोई सलाह देंगे? जवाब में उन्होंने कहा, 'अब सलाह का समय नहीं है, । यह मौका है नसीहत का, बाढ़ आने से पहले, लेकिन बोलना बंद है, सिर्फ सुनना है, जनप्रतिनिधियों की भाषा बंद है, बोलोगे... तुम बागी कहलाओगे। सुझाव देंगे... कोई नहीं मानेगा। दरअसल Uttar Pradesh में पिछले एक सप्ताह से रुक रुककर हो रही बारिश की वजह से जनजीवन तो प्रभावित हुआ ही है साथ ही यूपी के 18 जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बाढ़ की वजह से एक हजार से अधिक गांव प्रभावित हैं। इन गावों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है।
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गोंडा जिले में 110 गांव बाढ़ से प्रभावित
यूपी में बलरामपुर में सबसे अधिक 287 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद सिद्धार्थनगर में 129 बाढ़ प्रभावित गांव हैं। सबसे अधिक बाढ़ वाले अन्य जिलों में गोरखपुर (120), श्रावस्ती (114), गोंडा (110), बहराइच (102), लखीमपुर खीरी (86), बाराबंकी (82), बुलंदशहर (68), महाराजगंज (63) शामिल हैं। , आजमगढ़ (60), सीतापुर (57), बस्ती (32), संत कबीरनगर (19), कुशीनगर (14), मऊ (13), अयोध्या (12), और अंबेडकर नगर (2) प्रभावित हैं।
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