यूपी:कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने दिया इस्तीफा,अखिलेश यादव से की मुलाकात
यूपी में BJP को एक और झटका, कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने दिया इस्तीफा
लखनऊ, 12 जनवरी: स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब बीजेपी को एक औऱ बड़ा झटका लगा है। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और बीजेपी नेता दारा सिंह चौहान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को भेजा है। बता दें, दारा सिंह चौहान योगी सरकार में पर्यावरण एवं जंतु उद्यान मंत्री थे। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद से ही इस बात की अटकलें तेज हो गई थीं, कि दारा सिंह चौहान भी इस्तीफा दे कर सपा में शामिल हो सकते हैं।
बता दें, दारा सिंह चौहान मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी में योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और युवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है। दारा सिंह चौहान ने कहा, 'माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।'
बता दें कि दारा सिंह चौहान बीएसपी और सपा में रह चुके हैं। सबसे पहले बीएसपी से एमएलसी रहे, फिर राज्यसभा गए। बाद में बीएसपी छोड़ समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी और घोसी सीट से सांसद बन गए। 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद वो 2017 में बीजेपी में आये और मऊ ज़िले की मधुबन सीट से विधायक बन मंत्री बने।
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अखिलेश
ने
किया
स्वागत
सपा
अध्यक्ष
अखिलेश
यादव
ने
दारा
सिंह
चौहान
की
तस्वीर
साझा
करते
हुए
लिखा,
''सामाजिक
न्याय'
के
संघर्ष
के
अनवरत
सेनानी
दारा
सिंह
चौहान
का
सपा
में
ससम्मान
हार्दिक
स्वागत
एवं
अभिनंदन!
सपा
व
उसके
सहयोगी
दल
एकजुट
होकर
समता-समानता
के
आंदोलन
को
चरम
पर
ले
जाएँगे...
भेदभाव
मिटाएँगे!
ये
हमारा
समेकित
संकल्प
है!
सबको
सम्मान-सबको
स्थान!'
केशव प्रसाद मौर्य ने कही ये बात
दारा सिंह के इस्तीफे के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भी ट्वीट भी सामने आया है। केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा, 'परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा। बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये।'