अखिलेश पर भड़के चंद्रशेखर, कहा- उन्हें गठबंधन में दलित नेताओं की जरूरत नहीं, मुझे अपमानित किया गया
लखनऊ, 15 जनवरी: समाजवादी पार्टी और आजाद समाज पार्टी के बीच चल रही गठबंधन की चर्चाओं पर आज (15 जनवरी) चंद्रशेखर आजाद ने विराम लगा दिया है। चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होगा। इतना ही नहीं, उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'मैंने एक महीन 10 बार गठबंधन को लेकर कोशिश की, लेकिन कल (शुक्रवार) उन्होंने अपमानित किया।'
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चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरी अखिलेश यादव से पिछले 6 महीनों में काफी मुलाकातें हुईं हैं। इस बीच सकारात्मक बातें भी हुई लेकिन अंत समय में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की ज़रूरत नहीं है। वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते। वह केवल यह चाहते हैं कि दलित उनको वोट करें। लेकिन मेरा डर यह था कि दलित उनका वोट कर देंगे तो कल जो उनके ऊपर आरोप पिछली सरकारों में भी रहा, वो सच साबित ना हो जाए।
दरअसल, चंद्रशेखर ने कहा कि, 'मैं काशीराम को अपना नेता मानता हूं..उन्होंने भरोसा करके नेताजी को मुख्यमंत्री बनाया था। फिर क्या आपसब के सामने है। इसी बात का हम सबको डर था कि फिर से दलितों का अपमान न हो। दो दिन की बातचीत के बाद कल उन्होंने आपमानित किया। उन्होंने बहुजन समात के लोगों को अपमान किया। मुझे भरोसा था कि हम भाजपा का रोकने का प्रयास साथ मिलकर करेंगे। लेकिन उन्होंने कहा था कि शाम तक आपको जवाब दे दिया जाएगा..उनका जवाब अभी तक नहीं आया।
इससे पहले, आजाद समाज पार्टी (आसपा) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार को सपा दफ्तर में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बैठक हुई थी। चंद्रशेखर ने कहा था कि उनका सपा से गठबंधन लगभग तय है, जल्द ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा। इसकी आधिकारिक घोषणा भी जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए समान विचारधारा वाले सभी दलों को एक होकर चुनाव लड़ना चाहिए।